रायपुर

शास्त्री बाजार, आमापारा के पास 45 अवैध ठेले, दुकान-शेड सडक़ सीमा से हटाए गए
20-Nov-2025 7:46 PM
शास्त्री बाजार, आमापारा के पास 45 अवैध ठेले, दुकान-शेड  सडक़ सीमा से हटाए गए

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 20 नवंबर। निगम की टीमों ने आज शास्त्री बाजार और राजेंद्र नगर इलाके में  रोड जाम करने वाले अवैध दुकान को हटाने की कार्रवाई की। यह कार्रवाई निगम, जिला प्रशासन और पुलिस के संयुक्त टीम प्रहरी के द्वारा की गई। इस दौरान राजेन्द्र नगर में जोन अध्यक्ष सचिन मेघानी कार्रवाई रूकवाने पहुंचे और उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी से बदतमीजी भी की। इसकी शिकायत आयुक्त से की गई।

जोन 4 की टीम ने गुरुवार को शास्त्री बाजार एवरग्रीन चौक मुख्य  मार्ग पर नागरिकों को मुख्य बाजार क्षेत्र  सुगम आवागमन के लिए अवैध दुकाने हटाने का अभियान चलाया।  इस मार्ग पर लगभग 20 अवैध ठेलों के कब्जे को हटाया गया और मार्ग के किनारे पसरा व्यापारियो द्वारा सडक पर कब्जा जमाकर रखे गये टेबल आदि सामानों को व्यवस्था सुधारने नियमानुसार कडाई के साथ जप्त किया गया? साथ ही सडक़ सीमा में कब्जा करके  दुकानदारों द्वारा निर्मित 4-5 अवैध शेड को हटाने और सडक़ पर कब्जा कर रखे गए दुकान दारों के सामानों की जप्ती की गई। इसी तरह से जोन 7 के आमापारा मुख्य मार्ग और समता कॉलोनी मुख्य मार्ग में   25 अवैध ठेलों, लगभग 25 अवैध विज्ञापन बोर्डो  को मार्ग से हटाकर मुख्य मार्ग को अवैध कब्जो से मुक्त किया। यहां सडक़ पर कब्जा जमाकर व्यवसायरत व्यापारियों से 3000 रूपये सडक़ बाधा शुल्क जुर्माना की वसूला ।

कार्रवाई रोकने पहुंचे जोन अध्यक्ष 

इधर, नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी से  जोन अध्यक्ष और उसके लोगों ने बदतमीजी की। स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रही निगम के अमला राजेंद्र नगर में कार्रवाई करने गया था।  इस दौरान पार्षद सचिन मेघानी और उनके  लोगों ने  निगम कर्मचारियों से बदसलूकी की। इस मामले के वायरल वीडियो में पार्षद  को बिना उससे पूछे, सूचना दिए वार्ड में कार्रवाई पर नाराजग़ी जताते देखा- सुना जा सकता है। पार्षद मेघानी ने उनसे जन शिकायत दिखाने की बात कही। पाणिग्रही का कहना था कि सफाई के बाद उस स्थान पर काबिज दुकान ठेले वालों को लगाने कहा दिया गया था। इसे अनसुना कर पार्षद अपने समर्थकों का पक्ष लेते दिखे। इस पर  स्वास्थ्य अधिकारी, जोन अध्यक्ष से यह भी कह रहीं हैं कि तु-तड़ाक से बात न करें। इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारी ने निगम आयुक्त को सूचना दी कि पार्षद कार्रवाई करने से रोक रहे हैं। और बदतमीजी कर रहे हैं।  इसके अलावा पार्षद समर्थक भी टीम के अन्य कर्मियों पर भी अनर्गल आरोप लगाते हुए सुने जा सकते हैं।  उनका कहना था कि अब तक सफाई नहीं की जाती रही अब  ‘कुछ’  मिल गया होगा तो की जा रही है। इसका निगम कर्मचारियों ने विरोध किया। आज शाम विरोध का निर्णय संभव: अब यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। निगम के अधिकारी कर्मचारी बैठक कर देर शाम तक कोई निर्णय ले सकते हैं।


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