रायपुर

एयर शो खत्म हो गया लोग बीच रास्ते ही रहे, तेलीबांधा से सेंध तक लंबा जाम, घर लौटना पड़ा
05-Nov-2025 8:27 PM
एयर शो खत्म हो गया लोग बीच रास्ते ही रहे, तेलीबांधा से सेंध तक लंबा जाम, घर लौटना पड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 5 नवंबर। भारतीय वायुसेना के सूर्य किरण एयर शो देखने एक तरह से पूरा रायपुर टूट पड़ा। इस वजह से नया रायपुर के छोटे बड़े सभी रास्ते जाम रहे। यह जाम तेलीबांधा चौक से ही शुरू हो गया था। जो सेंध जलाशय तक 30 किमी तक रहा। हजारों कार-जीप, एसयूवी-बाइक सवार इस जाम में फंसे हुए हैं।  तेलीबांधा के मेग्नेटो माल से सेंध जलाशय तक 5-7 किमी से अधिक का जाम लगा हुआ है। जो लोग 10 बजे घर से  निकले वे माल के पास पहुंचे वे लोग शो खत्म होने तक भी सेंध जलाशय तक नहीं पहुंच पाए।और उन्हें  बीच रास्ते से यूटर्न लेकर घर लौटना पड़ा। शो 10.40 बजे से 12 बजे तक निर्धारित किया गया था। मॉल के पास फंसे लोग कृषि विवि धरमपुरा रास्ते पर टर्न लेकर लौटे। जो लोग एयरपोर्ट के रास्ते निकले थे वे 11.30 बजे नया रायपुर की टर्निंग तक पहुंच सके और वहां से सेंध जलाशय तक 3 किमी से अधिक लंबा जाम था।जो लोग वीआईपी पास लेकर निकले थे वे भी कहने लगे ये पास कहां जमा करना है।  दो घंटे जाम में फंसकर लौटे। फील्ड में मौजूद ट्रैफिक सिपाहियों ने बताया कि लोग सुबह 7 बजे से आना शुरू हो गए थे।  कार्तिक पूर्णिमा की छुट्टी की वजह से लोग बड़ी संख्या में वो देखने निकले थे। उस पर उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, सीएम जैसे वीवीआईपी के काफिले के लिए ट्रैफिक व्यवस्था की वजह से भी आम लोगों के वाहनों को जहां तहां रोका गया था। जाम में फंसे लोग वापस भी नहीं लौट पाए रहे थे।

इस जाम ने पुलिस और जिला प्रशासन के महीने भर पहले से बनाए गए ट्रैफिक प्लान की पोल खोल दी। यहां तक कि बीच शहर में पुलिस का एक भी सिपाही नहीं था। जो ट्रैफिक जाम को व्यवस्थित कर सके और लोगों को बता सके। सारे लोग वीआईपी ड्यूटी में तैनात किए गए थे।

सोशल मीडिया में आक्रोश: आयोजन के इंतजाम को लेकर सोशल मीडिया में प्रशासन के खिलाफ प्रतिक्रिया की झड़ी लगी रही।इसमें कहा गया कि -- जो वहां पहुंचे वो पूरे शो में   परेशान हुए। प्रशासन की कोई तैयारी नहीं थी।तेज धूप थी,  कोई पंडाल नहीं था तेज गर्मी में लोगों के बैठने केवल कुर्सियां लगी थी।छोटे छोटे बच्चे  पानी के लिए सर्वाधिक परेशान रहे। लोग एक दूसरे की कुर्सियां छीन रहे थे।जनता के लिए कोई भी पंडाल नहीं था।बदइंतजामी का आलम देखते ही बना।पुलिस ने भीड़ को भी नियंत्रित करने का प्रयास नहीं किया।रास्ते में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए पुलिस नहीं थी।

 वहीं सभी तरह के इंतजाम के लिए जिला प्रशासन ने संस्कृति विभाग से 2.29करोड़ का बजट लिया था। बजट के लिए भेजे एस्टीमेट में  पंडाल,पानी के साथ नींबू पानी का भी इंतजाम करने की बात कही गई थी।


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