रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 5 नवंबर। रेड क्रॉस इकाई शासकीय नवीन महाविद्यालय बोरी द्वारा मानसिक स्वास्थ्य पर एक व्याख्यान का आयोजन 31 अक्टूबर को किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता डॉ विनीता चंद्राकर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी बोरी एवं फार्मासिस्ट जवाहर लाल साहू थे ।
उन्होंने वर्तमान समय में छात्रों और सामान्य लोगों में मानसिक अशांति और तनाव के बढ़ते मामलों पर बात की। उन्होंने बतलाया कि आज कल समाज के युवा ज्यादा सोच विचार कर रहे हैं और क्रियान्वन कम कर रहे है। अत: अत्याधिक महत्वाकांक्षा और उस महत्वाकांक्षा पूर्ण नहीं होना युवाओं में तनाव की संख्या दिनोंदिन बढ़ा रहा है, जिससे युवा न चाहते हुए भी गलत कदम उठा लेते हैं।
आज के युवाओं को चाहिए की वह सबसे पहले अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करे, और हर रोज़ अपने लक्ष्य पर कार्य करें जिससे उसे पता चलेगा कि लक्ष्य प्राप्ति में क्या क्या व्यवधान आ रहा है। लक्ष्य पर पाने पूरा ध्यान केन्द्रित करे एवं हर रोज़ कुछ नया सीखे, समस्याओं के बाद ही समाधान का रास्ता निकलता है, किसी कारणवश यदि लक्ष्य प्राप्त नहीं होता है तो उस पर दोबारा शून्य से शुरुआत करें। आजकल लोगों की दूसरों पर निर्भरता ही सारे तनाव की असली वजह बन गयी है, घर में हम सहयोग के लिए नौकर रखते हैं और कुछ हद तक हमारा काम भी आसान हो जाता है, पर ये सहयोग समय पर न मिले तो ये ही तनाव का कारण बन जाता है।
अत: आज के युग में पश्चिम देशों (वहां के लोगों ) की भाति हमें भी आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा नहीं तो, व्यक्ति कहीं ना कहीं मानसिक अशांति का शिकार हो ही जाता है। आज के युग में खराब जीवनशैली के कारण युवाओं में यह आम है और मोबाइल फोन एवं सोशल मीडिया तो जीवन का भाग भी बन गया है। मोबाइल एवं सोशल मीडिया जीवन का भाग तक ठीक है पर जीवन का अभिन्न भाग नहीं बनना चाहिए जो आपकी मानसिक शांति पर गहन प्रभाव डाल रहा है।
जीवन में आपके जुड़े आपके परिवार , मित्र , रिश्तेदार एवं प्रकृति से जुड़े रहकर ही इंसान को शांति प्राप्त होती है अत: इनमे सही सामंजस बनाना भी हमारा एक महत्वपूर्ण काम है। प्राचार्य डॉ. कमर तलत ने भी इस तरह की व्याख्यान श्रृंखला आयोजित करने के लिए रेड क्रॉस इकाई बोरी को बधाई दी।


