रायपुर

सरकार पर उपेक्षा का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जनवरी। चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने नियमितीकरण के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कॉलेज के सरकारीकरण होने के बाद उनकी सेवा को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। जिसके कारण भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है।
स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन के कर्मचारियों ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल कॉलेज कचांदूर को अधिग्रहित कर लिया है। लेकिन वहां काम कर रहे कर्मचारियों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। रोजगार संबंधी कोई आदेश भी नहीं दिया गया।
उन्होंने अधिकांश कर्मचारी महाविद्यालय के स्थापना के समय से ही सेवारत है। जो आज तक नियमित नहीं हुए हैं। कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर 14 जनवरी 2022 से कॉलेज परिसर में धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई विचार नहीं कर रही है। प्रशासन को कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर यूनियन के द्वारा पूर्व में आवेदन भी प्रस्तुत किया गया था।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल को इस समस्या से अवगत कराया गया। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से इस विषय को लेकर मुलाकात के दौरान उक्त विषय की जानकारी दी गई। जिस पर उन्होंने आश्वासन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। कर्मचारी बेरोजगारी और भूखमरी की स्थिति में है। इसके लिए स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन नियमितीकरण को लेकर प्रयास कर रही है।
पत्रकारवार्ता में स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन और ट्रेड यूनियन के सुमीत चंद्रजीत, देवराज, कलादास, शीला, मोनिका, ममता, महेंद्र, हूबलाल, लीला और जिला किसान संघ से आलोक शुक्ला छत्तीसगढ़ बचाव आंदोलन से धनुष और अमीत उपस्थित थे।