रायगढ़

जंगली सुअर मारने बिछाये करंट प्रवाहित तार से पिता की मौत, बेटा बाल-बाल बचा, संदेहियों से पूछताछ
03-Nov-2022 2:51 PM
जंगली सुअर मारने बिछाये करंट प्रवाहित तार से पिता की मौत, बेटा बाल-बाल बचा, संदेहियों से पूछताछ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 3 नवंबर।
जंगली सुअर के शिकार करने के लिए बिछाए गए करंट प्रवाहित तार में फंसने से अधेड़ पिता की मौके पर मौत हो गई, वहीं उसके साथ गए उसका बेटा करंट से बाल-बाल बच गया। यह हादसा तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत पडिग़ांव में सोमवार की देर रात हुई है।

घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध विद्युत अधिनियम की धारा 135 और आईपीसी की धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही हैं। आसपास के गांव के संदेहियों को हिरासत में लेकर तमनार पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ शुरू कर दी गई है।  

मिली जानकारी के अनुसार, पडिग़ांव के आसपास के किसानों द्वारा उगाए गए धान की फसलों को जंगली सुअरों द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। किसानों की मानें तो धान के बाल को सुअर खा जा रहे हैं, वहीं खड़ी फसल को लेट कर जमीन में सुला दे रहे हैं। जिससे उनकी फसल मार खा रही है। पडिग़ांव सहित आसपास क्षेत्र के किसानों को अपनी फसल को जंगली सुअर से बचाने के लिए रतजगा कर आग का सहारा लेना पड़ रहा है। कई किसान खेत के पास मचान बनाकर रात में समय बिताते हुए फसलों की सुरक्षा कर रहे हैं।

प्रतिदिन की भांति सोमवार को खाना खाने के बाद  हरिशंकर साहू (55) अपने बेटे चित्रसेन के साथ खेत की रखवाली करने के लिए निकले थे। अंधेरा होने की वजह से बाप-बेटा टार्च की सहारा भी ले रहे थे। हरिशंकर आगे आगे चल रहा था जिसके पीछे चित्रसेन थी चलता जा रहा था। इसी बीच हरिशंकर जंगली सुअर के शिकार के लिए बिछाए गए करंट प्रवाहित तार में चिपक गया।

हरिशंकर का हाथ पहले करंट प्रवाहित तार की चपेट में आया, वह तार से खुद को बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह ज्यादा समय तक खुद को बचा नहीं सका और नंगा तार उसके जांघ पर आ गिरा और देखते ही देखते आसपास तार में चिंगारी निकलना शुरू हो गया। कुछ समय बीतने पर हरिशंकर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद चित्रसेन ने परिवार वालों को घटना के बारे में जानकारी दी, तब ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मृतक के शव को घर ले जाया गया।

पडिग़ांव सहित आसपास के क्षेत्रों में किसानों द्वारा धान की फसल को जंगली सूअर से बचाने के लिए खेत के चारों तरफ को साड़ी से घेरा गया है। जिससे सुअर उनकी फसलों को नुकसान न पहुंचाएं, वहीं अधिकतर किसानों द्वारा खेत के नजदीक ही मचान बनाकर रात्रि में चौकसी की जा रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि तमनार क्षेत्र में इन दिनों जंगली सूअर का शिकार करने के लिए जोबरो, पडिगांव, देवगांव, मिलूपारा,कोंडकेल, भगोरा सहित अन्य गांव में करंट प्रवाहित जीआई तार को बिझाया जा रहा है, जिसमें आदमी सहित जंगली जानवर फंसकर असमस काल के गाल में समा रहे हैं। लोगों का यह भी कहना है कि सुअर के मांस को बाहर भी सप्लाई किया जा रहा है।  

लगातार जा रही बेगुनाहों की जान
जिले के तमनार,कापू, धरमजयगढ़,लैलूंगा सहित पूंजीपथरा थाना क्षेत्र में आए दिन जंगली सुअर का शिकार करने के लिए बिछाए गए तार की चपेट में आने से लोगों की जान जाने की खबर सामने आती रहती है। अधिकतर मामलों में आरोपियों तक पुलिस और वन विभाग की टीम नहीं पहुंच पाती है, जिस वजह से यह अवैध कारोबार क्षेत्र में फल-फूल रहा है।

करंट प्रवाहित तार में फसने से बिजली हो जाती है गुल
पडिग़ांव क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि उन्हें इन दिनों अक्सर रात्रि में लाइट गोल हो जाने की समस्या से गुजर ना पड़ रहा है। जिसकी वजह सूअर के शिकार करने के लिए बिछाए गए तार है। ग्रामीणों का कहना है कि तार में जब सूअर या अन्य जीव फंसते हैं तो आसपास के क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई प्रवाहित होती है। और इन दिनों बिजली की समस्या प्रतिदिन हो रही है। 


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