रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 अक्टूबर। रायगढ़ जिले के लैलूंगा विधानसभा में डॉक्टर की लापरवाही से एक मासूम की मौत पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। पीडि़त परिवार के द्वारा सात साल की बच्ची को बुखार की शिकायत पर निजी चिकित्सक के पास इलाज करवाया था, जहां इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी मौत हो गई थी। इस घटना में जांच के बाद पुलिस ने आरोपी डाक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार थाना लैलूंगा में 5 अगस्त को मृतिका इरफा खान पिता नबाव खान (7) निवासी शांतिनगर लैलूंगा के मृत्यु से संबंधित मर्ग जांच पर बुखार से तड़प रही बालिका की स्थिति जानते हुए कथित प्रायवेट डॉक्टर तिरथो राम प्रधान बालिका को इरफा खान को चेक कर इलाज के नाम पर एक इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद बालिका का तबियत और खराब होने लगा और उसने दम तोड़ दिया तिरथो प्रधान पर मर्ग जांच गैर इरादतन हत्या का मामला पंजीबद्ध किया गया है।
मर्ग जांच दौरान मृतिका के पिता ने बताया कि 01 नवंबर 2021 को सबेरे सोकर उठा तो लडकी इरफा खान को काफी तेज बुखार था। तब पडोस में रहने वाले तिरथो राम प्रधान निवासी ग्राम केनापारा जो लैलूंगा शांतिनगर में रहकर प्रायवेट ईलाज करता है, उसके घर ले जाकर लडक़ी को दिखाये। तिरथो लडक़ी को चेक कर उसे एक के बाद एक तीन इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद लडकी इरफा खान का तबियत और खराब होने लगा, लडक़ी बाथरूम गयी, बाथरूम से निकलने के बाद उसके मुंह, नाक से झाग निकलने लगा। तब तिरथो राम प्रधान बोला कि लडकी का ज्यादा तबियत खराब हो रहा है, चलो अस्पताल ले चलते है। तुरंत सीएचसी अस्पताल लैलूंगा गए।
डॉक्टर लडक़ी को चेक कर मृत्यु हो गया है। जांच दौरान तिरथो राम प्रधान के घर आसपास रहने वाले बताये कि तिरथो राम नस, हड्डी फैक्चर आदि का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करता था, डिग्रीधारी था या नहीं इसकी जानकारी नहीं है । आरोपी तिरथोराम प्रधान अपने शांतिनगर के निवास और ग्राम केनापारा दोनों स्थान से फरार हो गया था जिसकी पतासाजी, गिरफ्तारी के लिये थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम स्टाफ व मुखबिर तैनात किया गया था।
12 अक्टूबर को मुखबिर सूचना पर आरोपी तिरथो राम प्रधान (36) ग्राम केनापारा थाना लैलूंगा को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।


