राजनीति

बंगाल की पहाड़ियों में भाजपा के बंद का दिखा मिला-जुला असर
08-Dec-2020 7:58 PM
बंगाल की पहाड़ियों में भाजपा के बंद का दिखा मिला-जुला असर

कोलकाता, 8 दिसंबर | किसानों के भारत बंद के साथ ही पश्चिम बंगाल में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से बुलाए गए उत्तरी बंगाल के आठ जिलों में भी बंद देखने को मिला। भाजपा द्वारा आहूत सांकेतिक बंद को मिश्रित प्रतिक्रिया मिली। भाजपा ने सोमवार को सिलीगुड़ी जिला में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं पर हुई पुलिस की कथित कार्रवाई और उसमें एक कार्यकर्ता की मौत के विरोध में उत्तर बंगाल बंद बुलाया गया था।

सिलीगुड़ी में 50 वर्षीय पार्टी कार्यकर्ता की मौत के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था।

दरअसल, सोमवार को सिलीगुड़ी में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे थे और पानी की बौछार की थी। इसमें पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। भाजपा नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है।

धारा 144 के उल्लंघन और भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने यह कार्रवाई की थी।

जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार और मालदा जैसे जिलों में दैनिक जीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। कूचबिहार और अलीपुरद्वार से झड़प की कुछ छिटपुट घटनाएं सामने आईं। कूचबिहार रेलवे स्टेशन क्षेत्र में भाजपा समर्थकों ने आंदोलन किया, जबकि पार्टी कार्यकर्ताओं के एक अन्य समूह ने माथाभांगा-कूच बिहार राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ट्रक में तोड़फोड़ भी की।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने अलीपुरद्वार में उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम (एनबीएसटीसी) डिपो को भी जबरन बंद कर दिया। घटना ने इलाके में आज सुबह तनाव पैदा कर दिया। बाद में, पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और बस डिपो को खोल दिया। जलपाईगुड़ी जिले का माल बाजार क्षेत्र भी बंद की चपेट में आ गया और यहां सब सुनसान दिखाई दिया। सड़क पर भी इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आया।  (आईएएनएस)


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