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नई दिल्ली, 5 मई| रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मराठा समाज को आरक्षण मिलता तो खुशी होती। मराठा समाज को आरक्षण देने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट से खारिज किए जाने पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समाज को शिक्षा और नौकरियों में 16 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया था। आज सुप्रीम कोर्ट ने इससे जुड़ी रिपीटीशन याचिका को खारिज कर दिया। हम सुप्रीम कोर्ट का आदर करते हैं। लेकिन, अगर मराठा समाज के गरीबों को आरक्षण मिलता तो मुझे आनंद होता।"
आठवले के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि 50 प्रतिशत से ऊपर आरक्षण नहीं दिया जा सकता। लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। उसी तरह से मराठा समाज के गरीब लोगों को आरक्षण दिया जा सकता है। गरीब सवर्णों को आरक्षण मिलने के बाद देश में टोटल 59.9 प्रतिशत आरक्षण है। मराठा समाज को आरक्षण देने में पॉजिटिव विचार होता तो अच्छा रहता।
आठवले ने कहा, "आठ लाख से अमीर मराठों को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। लेकिन, आठ लाख सालाना से कम आय वालों को आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। महाराष्ट्र के मराठा समाज, हरियाणा के जाट, यूपी के किसान और ठाकुर भी आरक्षण मांग रहे हैं। राजस्थान के राजपूत भी मांग रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश के राजपूत समाज को 10-12 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग करूंगा।" (आईएएनएस)


