राष्ट्रीय

चेन्नई, 26 अप्रैल | द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु सरकार द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए तूतीकोरिन में वेदांता लिमिटेड के स्टरलाइट संयंत्र में परिचालन की अनुमति देने का निर्णय केवल अस्थायी है। एक फेसबुक पोस्ट में स्टालिन ने कहा कि एक बार डीएमके के सत्ता में आने के बाद वेदांता की प्रदूषित तांबे की स्मेल्टर इकाई स्टरलाइट कॉपर को किसी भी सूरत में फिर से खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी की अध्यक्षता में सोमवार को सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की बैठक हुई, जिसमें तूतीकोरिन स्थित स्टरलाइट कॉपर के ऑक्सीजन प्लांट के चार महीने के लिए संचालन की अनुमति देने का निर्णय लिया गया, ताकि राज्य की जरूरत पूरी की जा सके।
सुप्रीम कोर्ट के आह्वान पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें तमिलनाडु सरकार से कहा गया कि वह स्टरलाइट कॉपर में ऑक्सीजन प्लांट के संचालन की अनुमति दे।
दो डीएमके सांसद - कनिमोझी और आर.एस. भारती ने बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया।
तमिलनाडु सरकार ने साल 2018 में एक हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद वेदांता के कॉपर स्मेल्टर प्लांट को बंद करने का आदेश दिया था। प्रदर्शन के दौरान हुई पुलिस की गोलीबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी।
लोगों ने संयंत्र का विरोध किया, क्योंकि यह हवा को प्रदूषित कर रहा था।
400,000 टन का स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर प्लांट जो लगभग 3,000 करोड़ रुपये के संचयी निवेश के साथ 25 वर्षो से तूतीकोरिन में चल रहा है।(आईएएनएस)