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केरल में 2 भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म अवैध घोषित
20-Mar-2021 8:27 PM
केरल में 2 भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म अवैध घोषित

तिरुवनंतपुरम, 20 मार्च | केरल में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को एक बड़ा झटका देते हुए शनिवार को निर्धारित केंद्रों पर दो भाजपा उम्मीदवारों और उसके एक सहयोगी अन्नाद्रमुक के नामांकन पत्रों को जांच के दौरान अमान्य घोषित कर दिया गया। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि वह इस पर कानूनी कार्रवाई करेगी।

राज्य में इस साल के चुनावों में सत्तारूढ़ वाम दलों और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के बीच सीधा मुकाबला होगा।

नामांकन पत्रों की जांच के बाद कांग्रेस और माकपा के नेताओं में वाक्युद्ध शुरू हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नामांकन खारिज किया जाना गुप्त भाजपा गठबंधन का एक हिस्सा था।

कन्नूर जिले के थालास्सेरी में भाजपा उम्मीदवार एन. हरिदास का नामांकन अवैध पाया गया और इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। यह भगवा पार्टी के लिए एक झटके के रूप में आया है, क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह थालास्सेरी में प्रचार करने वाले थे।

वर्ष 2016 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने कन्नूर जिले से सबसे अधिक 22,125 वोट हासिल किए।

इसी तरह, गुरुवायूर निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार निवेदिता के नामांकन पत्र को अवैध पाया गया, क्योंकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन के हस्ताक्षर नामांकन पर नहीं थे। 2016 के विधानसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार ने 25,490 वोट हासिल किए थे।

तीसरा निर्वाचन क्षेत्र जहां नामांकन पत्र अवैध पाए गए थे, वह इडुक्की जिले में देवीकुलम था और यहां वह भाजपा के सहयोगी अन्नाद्रमुक के उम्मीदवार आर.एम. धनलक्ष्मी थे, जो 2016 के चुनावों में तीसरे स्थान पर रहे और 11,613 वोट हासिल किए।

वर्ष 2016 में अन्नाद्रमुक भाजपा की सहयोगी नहीं थी, लेकिन इस बार वह एनडीए का हिस्सा है और अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है।

बहरहाल, यह खबर सामने आते ही कन्नूर में माकपा के जिला सचिव एम.वी. जयराजन ने कहा कि यह कांग्रेस और भाजपा के बीच गुप्त समझ को दर्शाता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने हालांकि, माकपा और भाजपा के बीच एक समझौते का आरोप लगाया।

रामचंद्रन ने कहा कि सत्ता को बनाए रखने के लिए माकपा किसी भी सौदे का सहारा लेगा और यह संघ परिवार के साथ भी चला जाएगा। अगर कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में कोई भाजपा के उम्मीदवारों पर नजर डाले तो यह स्पष्ट हो जाता है कि उनके बीच एक कोई सौदा हुआ है।

केरल विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को होंगे और मतगणना 2 मई को होगी। (आईएएनएस)


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