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सुप्रीम कोर्ट ने राजदीप सरदेसाई के खिलाफ खुद ही संज्ञान लेते हुए दर्ज किया केस
16-Feb-2021 10:10 PM
सुप्रीम कोर्ट  ने राजदीप सरदेसाई के खिलाफ खुद ही संज्ञान लेते हुए दर्ज किया केस

नई दिल्ली, 16 फ़रवरी। सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई के खिलाफ एक आपराधिक अवमानना का केस दर्ज किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजदीप सरदेसाई के खिलाफ यह मुकदमा उनके अगस्त 2020 में एडवोकेट प्रशांत भूषण और न्यायपालिका की आलोचना मामले में किए गए ट्वीट को लेकर किया गया है।

कोर्ट ने ये मामला आस्था खुराना नाम की एक व्यक्ति की याचिका पर दर्ज किया है, जो उन्होंने सितंबर 2020 में दायर की थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए आपराधिक अवमानना के मामले में मुकदमा पंजीकृत किया है। आस्था ने याचिका में राजदीप सरदेसाई के कई ट्वीट्स का हवाला दिया था।

याचिका में राजदीप सरदेसाई के खिलाफ देश की न्यायपालिका को लेकर विवादित टिप्पणी करने के लिए अवमानना ​​की कार्रवाई की मांग की गई थी। याचिका में यह भी कहा गया है कि राजदीप सरदेसाई के ट्वीट से पता चलता है कि ये न केवल लोगों के बीच प्रचार का एक सस्ता स्टंट था, बल्कि भारत विरोधी अभियान के रूप में नफरत फैलाने का जानबूझ कर एक प्रयास किया गया था।

रिपोर्ट्स की मानें तो खुराना की सितंबर 2020 की याचिका को अब सुप्रीम कोर्ट ने खुद ही संज्ञान लेते हुए आपराधिक अवमानना केस के तौर पर दर्ज किया है।

खुराना ने पिछले साल इस केस के लिए अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल से सहमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने सरदेसाई के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू करने के लिए सहमति देने से इनकार कर दिया था।

गौरतलब है कि इससे पहले ऐसा ही एक केस वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण पर भी चल चुका है। तब सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश की अवमानना के मसले पर वकील प्रशांत भूषण पर एक रुपए का ज़ुर्माना लगाया था। कोर्ट ने जुर्माना न भर पाने की सूरत में तीन महीने की कैद तथा साथ ही तीन साल के लिए वकालत पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि इसके बाद भूषण ने जुर्माना भर दिया था।

लेकिन, जब 14 अगस्त को जब प्रशांत भूषण को अवमानना का दोषी करार दिया गया था तो राजदीप सरदेसाई ने एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट के अलावा सरदेसाई के और कई ट्वीट्स को आस्था खुराना ने अपनी याचिका का हिस्सा बनाया है।

राजदीप सरदेसाई ने इस ट्वीट में लिखा था, ‘प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी ठहराया। ये तब है जब कश्मीर में हिरासत में रखे गए लोगों की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाएं एक साल से ज्यादा समय से लंबित हैं।’


बाद में जब भूषण पर कोर्ट ने 1 रुपए का जुर्माना लगाया था, तब भी राजदीप ने एक ट्वीट किया था। अपने इस ट्वीट में कहा उन्होंने कहा था कि भूषण को कोर्ट केस की अवमानना ​​में दी गई सजा सुप्रीम कोर्ट के लिए खुद में एक शर्मिंदगी है।   (samachar4media.com)


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