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इंफाल, 13 फरवरी| मणिपुर में सुरक्षा बलों ने कूकी जनजातीय गुरिल्लाओं द्वारा अगवा किए गए तीन मजदूरों को एक जंगल से छुड़ा लिया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि अभियान के दौरान चरमपंथी समूह के साथ गोलीबारी भी हुई, मगर अगवा किए गए मजदूरों को आखिरकार छुड़ा लिया गया। पुलिस ने कहा कि सशस्त्र जनजातीय गुरिल्लाओं ने 7 फरवरी को बंदूक के दम पर मजदूरों का उस समय अपहरण कर लिया, जब वे थौबल जिले के लीखोंग में एक पुल के निर्माण में व्यस्त थे।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने संभावित स्थानों और पहाड़ी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया और कमचिंग जंगल में बंधकों का पता लगाया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "सुरक्षा बलों की मौजूदगी को देखते हुए, चरमपंथियों ने उन पर गोलीबारी की, जिससे शुक्रवार शाम दो घंटे तक एक भीषण गोलीबारी हुई।"
मुठभेड़ के दौरान कूकी गुरिल्ला बंदियों को छोड़कर घने जंगल और पहाड़ी इलाके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
सुरक्षा बलों ने तीन श्रमिकों को बचा लिया और वन क्षेत्र से एके-47 राइफल बरामद की गई। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सुरक्षा बलों की वीरता की बहुत सराहना की और उन्हें 10 लाख रुपये से पुरस्कृत किया।
सिंह ने मीडिया से कहा, "चरमपंथियों के चंगुल से बंधकों को छुड़ाने की ऐसी घटना राज्य में लंबे समय से नहीं सुनी गई थी। बहादुरी के लिए सुरक्षाकर्मियों को मुख्यमंत्री के प्रशस्तिपत्र से सम्मानित भी किया जाएगा।" (आईएएनएस)