राष्ट्रीय

जोहान्सबर्ग, 13 जनवरी | द इंडिपिडेंट कम्युनिकेशंस अथॉरिटी ऑफ साउथ अफ्रीका (आईसीएएसए) ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे उन मिथकों का शिकार न हों जो कोविड-19 प्रसार को 5जी तकनीक से जोड़ रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आईसीएएसए के चेयरपर्सन केबेत्सवे मोदिमेंग ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, "हम सभी को उन सबूतों पर भरोसा करना चाहिए जिनका वैज्ञानिक आधार है। हमें ऐसे निराधार सिद्धांतों से दूर रहने की जरूरत है जो देश में डर और अस्थिरता लाने पर आमादा हैं।"
दरअसल, कुछ लोगों ने पिछले हफ्ते वोडाकॉम और एमटीएन टेलीकॉम टावरों को जला दिया था। उनका मानना है कि कोविड-19 का प्रसार 5जी टेक्नॉलॉजी आने से जुड़ा है।
मोदिमेंग ने कहा, "कुछ टेलीकॉम इंडस्ट्री ने दक्षिण अफ्रीका की कुछ जगहों पर 5जी टेक्नॉलॉजी की फ्रिक्वेंसी जांचने का काम 2020 में महामारी आने से पहले ही ऑपरेटरों को दे दिया था। ऐसे में इस तरह के झूठे सिद्धांत केवल निराशा का कारण बन सकते हैं और दक्षिण अफ्रीकी लोगों में अनावश्यक टेक्नोफोबिया फैलाते हैं। इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए।"
आईसीएएसए ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका ने अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित मानकों का पालन किया है। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि 5जी टेक्नॉलॉजी देश या इसके नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए कोई जोखिम पैदा करता है। (आईएएनएस)