राष्ट्रीय

राहुल गांधी को लेकर खास तरह की टिप्पणी और मनोहन सिंह के ज़िक्र की वजह से भारत में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की किताब की खूब चर्चा हो रही है.
बराक ओबामा ने पाकिस्तान और ओसामा बिन लादेन को लेकर भी अपनी किताब में विस्तार से चर्चा की है. अल-क़ायदा नेता ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के ऐबटाबाद में साल 2011 में मारे गए थे.
ओसामा बिन लादेन की मौत को लेकर बराक ओबामा ने लिखा है, "मेरा ख्याल था कि ओसामा की मौत के बाद सबसे मुश्किल टेलीफोन कॉल पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी को होगा, क्योंकि इसके बाद उनपर हर तरफ से दबाव पड़ने लगेगा. ये भी सवाल उठेंगे कि पाकिस्तान इस ऑपरेशन में शामिल था या नहीं. लेकिन मेरे फ़ोन कॉल पर ऐसा कुछ नहीं, बल्कि आसिफ़ अली ज़रदारी ने कहा, ये तो बहुत खुशी की ख़बर है."
ओबामा लिखते हैं कि आसिफ़ ज़रदारी फ़ोन पर बेहद जज़बाती सुनाई दे रहे थे और उन्होंने अपनी पत्नी बेनज़ीर भुट्टो का ज़िक्र किया, जिनकी हत्या अल-कायदा से जुड़े लोगों ने की थी.
बराक ओबामा की किताब – अ प्रौमिस्ड लैंड में, उनके बचपन से लेकर, उनके राष्ट्रपति काल और मई 2011 तक का जिक्र है, जब ओसामा बिन लादेन अमेरिका के ऑपरेशन सील्स में मारे गए थे.
ओबामा ने कहा है कि वो बाक़ी बातें अगले भाग में लिखेंगे. ऑपरेशन ओसामा का ज़िक्र करते हुए बराक ओबामा लिखते हैं कि जिस समय उन्होंने राष्ट्रपति का पद संभाला था, अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन की तलाश बंद कर दी थी लेकिन उन्होंने इसे पहली प्राथमिकता बनाया और साल 2009 से इसको लेकर मनसूबाबंदी शुरू हो गई थी और ओबामा ने कह रखा था कि उन्हें प्रगति को लेकर हर माह सूचना दी जानी चाहिए.
ओबामा लिखते हैं कि पाकिस्तानी हुकूमत को ऑपरेशन की भनक तक नहीं लगने दी गई थी, और अमेरिकी प्रशासन में भी गिने-चुने लोगों को इसकी ख़बर थी.
"हालांकि पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान के मामले में अमेरिकी की मदद की थी लेकिन उसकी फौज और गुप्तचर संस्थाओं में ऐसे कुछ लोग हैं जो अल-क़ायदा से जुड़े थे और जिनका इस्तेमाल कर वो भारत को कमज़ोर करना चाहते थे."
"फैसले की घड़ी के समय वो व्हाइट हाउस के ट्रीटी रूम में थे और बास्केट बॉल का मैच चल रहा था. ओसामा को लेकर अमरीका ने दो योजनाएं बनाईं थीं, एक थी वहां ऑपरेशन सील्स को भेजना और दूसरा करीब से ड्रोन को दागना."
"जो बाइडन, जो तब उप राष्ट्रपति थे, ऑपरेशन के ख़िलाफ़ थे और उन्हें डर था कि अगर ये नाकाम होता है तो इसके गंभीर राजनयिक परिणाम होंगे."
"दो मई को जब नेवी सील्स ने ओसामा के मारे जाने की पुष्टि कर दी तो उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और जार्ज बुश जूनियर को फोन किया और फिर दुनियां के मित्र देशों से संपर्क साधा." (bbc)