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नयी दिल्ली, 16 अप्रैल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि 'नेशनल हेराल्ड' मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उसके शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया जाना सरकार की बौखलाहट ही नहीं, उसका मानसिक और नैतिक दिवालियापन भी दिखाता है।
ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में धनशोधन के आरोप में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने नौ अप्रैल को दाखिल आरोपपत्र के संज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पड़ताल की और सुनवाई की अगली तारीख 25 अप्रैल निर्धारित की।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़े अब तक के घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कहा, "10 अप्रैल, 2024 को न्यायाधिकरण ने इस ईडी के कुर्की संबधी अंतरिम आदेश की पुष्टि की थी, जिसके 365 दिन के अंदर आरोप पत्र दायर किया जाना था। "
उनका कहना है कि 365वें दिन यानी नौ अप्रैल, 2025 को यह फ़र्ज़ी चार्जशीट फाइल की गयी- जिसको आज सार्वजनिक किया गया है
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुए, "आप 11 साल से सत्ता में हैं, आपके पास कोई साक्ष्य, कोई सबूत, कुछ नहीं है - वरना आप 365वें दिन का इंतज़ार करने को मजबूर नहीं होते । यह सरकार की बौखलाहट ही नहीं उनका मानसिक और नैतिक दिवालियापन भी दिखाता है।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, "मोदी जी, यह कांग्रेस पार्टी है। राहुल जी और सोनिया गांधी के अपनों का खून इस देश की मिट्टी में शामिल है, यह धमकी किसी और को दिखाइएगा।"
उनका कहना था, " हम आपकी विफलताओं, आपकी पूँजीपतियों से साठगांठ, आपकी नफ़रत की राजनीति, इस देश को आपके द्वारा बेरोजगार और मजबूर बनाने, आपकी नाक के नीचे महिलाओं, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का क्या हाल है - उस पर बुलंदी से अपनी आवाज़ उठाते रहेंगे" (भाषा)