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'एफएसए' 91,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम : केंद्र
06-Mar-2025 12:01 PM
'एफएसए' 91,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम : केंद्र

नई दिल्ली, 6 मार्च । घरेलू सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम), टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) और टाटा सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड (टीएसएमपीएल) ने गुजरात के धोलेरा में देश का पहला व्यावसायिक चिप कारखाना बनाने के लिए फिसकल सपोर्ट एग्रीमेंट (एफएसए) पर साइन किए हैं। गांधीनगर में 'सेमीकनेक्ट कॉन्फ्रेंस' में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में हस्ताक्षरित यह समझौता भारत में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के लिए संशोधित कार्यक्रम के तहत भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। धोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सेमीकंडक्टर फैब में 91,000 करोड़ रुपये से अधिक का कुल निवेश है, जिसकी क्षमता 50,000 वेफर्स स्टार्ट प्रति माह (डब्ल्यूएसपीएम) है। 'भारत सेमीकंडक्टर मिशन' के माध्यम से सरकार ने पात्र परियोजना लागतों के लिए "समान स्तर पर" 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता देने का वादा किया है - जो भारतीय सीमाओं के भीतर वर्ल्ड क्लास सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के निर्माण के लिए देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 20,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कुशल नौकरियों का सृजन करने के लिए तैयार, यह प्रोजेक्ट ताइवान के पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन ( पीएसएमसी) की विशेषज्ञता को भारत में लाता है, जिससे एक मजबूत तकनीकी गठबंधन बनता है।

सरकार के अनुसार, यह फैसिलिटी ऑटोमोटिव, कंप्यूटिंग, कम्युनिकेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्रों में महत्वपूर्ण वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजारों को संबोधित करेगी, जो भारत को एक टेक्नोलॉजी कंज्यूमर से ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग पावर हाउस में बदल देगी। भारत सेमीकंडक्टर मिशन के सीईओ सुशील पाल ने इस बात पर जोर दिया कि "सरकार इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए समय पर वित्तीय सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है।" उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स वैल्यू चेन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इस क्षेत्र में भारत के लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।" टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ और एमडी डॉ. रणधीर ठाकुर के अनुसार, यह भारत और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए देश में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री स्थापित करने की यात्रा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। ठाकुर ने कहा, "फिसकल सपोर्ट एग्रीमेंट (एफएसए) प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत के लिए चिप्स के निर्माण के सपने को साकार करने के लिए मीटीई और आईएसएम के साथ हमारी साझेदारी को मजबूत करता है।" --(आईएएनएस)


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