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कोलकाता, 27 अगस्त पश्चिम बंगाल पुलिस ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के चार छात्र कार्यकर्ताओं के ‘‘लापता’’ होने के दावे का खंडन किया है। पुलिस ने कहा कि उन्हें हत्या की साजिश के साथ-साथ हत्या के प्रयास में कथित रूप से शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि ‘‘लापता’’ होने का आरोप झूठा है। पुलिस ने दावा किया कि मंगलवार को ‘नबान्न अभिजन’ के दौरान चारों कथित तौर पर ‘‘बड़े पैमाने पर हिंसा फैलाने’’ की योजना बना रहे थे।
इससे पहले दिन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के चार छात्र कार्यकर्ता आधी रात से लापता हैं। छात्र कार्यकर्ता हावड़ा पहुंचने वाले थे।
बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा, ‘‘एक राजनीतिक नेता उन चार छात्रों के बारे में झूठी कहानी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कल रात से लापता प्रतीत होते हैं। सच्चाई यह है कि कोई भी लापता नहीं है। चारों आज ‘नबान्न अभियान’ के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा की योजना बना रहे थे और हत्या और हत्या के प्रयास की साजिश में शामिल थे। उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा और सुरक्षा के हित में गिरफ्तार किया गया है तथा उनके परिवारों को सूचित कर दिया गया है।’’
शुभेंदु अधिकारी ने चारों छात्रों को राज्य पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि न तो चारों छात्र कार्यकर्ताओं का पता लगाया जा सका है और न ही वह फोन का जवाब दे रहे हैं।
अधिकारी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हावड़ा स्टेशन पर पहुंचने वाले स्वयंसेवकों को भोजन वितरित करने वाले छात्र कार्यकर्ता आधी रात के बाद अचानक लापता हो गए। न तो उनका पता लगाया जा सकता है और न ही वह अपने फोन का जवाब दे रहे हैं। हमें आशंका है कि उन्हें ममता पुलिस ने गिरफ्तार/हिरासत में लिया है।’’
विपक्ष के नेता ने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘‘अगर उन्हें (चार छात्र कार्यकर्ताओं को) कुछ हुआ तो ममता पुलिस को जवाबदेह ठहराया जाएगा।’’
एक अधिकारी ने बताया कि गोलाबाड़ी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। (भाषा)