राष्ट्रीय
तिरुवनंतपुरम, 26 अगस्त मलयालम सिनेमा की एक अभिनेत्री ने सोमवार को एम. मुकेश समेत चार प्रतिष्ठित अभिनेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए, जिससे न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में महिलाओं के उत्पीड़न के चौंकाने वाले खुलासों का सामना कर रहे फिल्म उद्योग में और खलबली मच गयी है।
अभिनेत्री द्वारा समाचार चैनलों को दिए साक्षात्कारों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक मुकेश के खिलाफ आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद युवा मोर्चा और महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कोल्लम में अभिनेता के आवास की ओर अलग-अलग मार्च निकाले और उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने तथा उनसे इस्तीफा देने की मांग की।
बहरहाल, कोल्लम के विधायक ने अभी इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
महिला कलाकार ने मलयालम फिल्म उद्योग में तीन अन्य प्रतिष्ठित अभिनेताओं के खिलाफ भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
इस बीच, अभिनेता मणियांपिल्ला राजू ने मलयालम फिल्म उद्योग में सामने आ रहे आरोपों की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कई और खुलासे होंगे और उनके पीछे कई हित शामिल होंगे।
राजू ने कहा, ‘‘कुछ लोग स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। आरोपियों में निर्दोष और दोषी दोनों होंगे। इसलिए एक विस्तृत जांच जरूरी है।’’
इससे एक दिन पहले, यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद फिल्म निर्माता रंजीत ने केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से और अभिनेता सिद्दीक ने ‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स’ (एएमएमए) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था।
फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार पर बढ़ते दबाव के बीच मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की और महिला कलाकारों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक सात सदस्यीय विशेष बल गठित करने की घोषणा की।
वर्ष 2017 में एक अभिनेत्री पर हमले के बाद केरल सरकार द्वारा गठित न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न व शोषण के मामलों का खुलासा किया गया है, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। (भाषा)