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कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार कर ली है. अब कांग्रेस के लिए बड़ा सवाल यह रहेगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
244 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस पार्टी कम से कम 137 सीटों पर जीत हासिल करने की तरफ बढ़ती नजर आ रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक कांग्रेस इस समय 50 सीटें जीत चुकी है और 87 सीटों पर आगे चल रही है. 2018 में कांग्रेस ने सिर्फ 80 सीटें जीती थीं.
वहीं 2018 में 104 सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार 63 सीटों तक सिमटती हुई नजर आ रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक पार्टी 21 सीटें जीत चुकी है और 42 में आगे है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार करने की घोषणा कर दी है.
बीजेपी, जेडीएस निराश
पत्रकारों से बात करते हुए बोम्मई ने कहा, "प्रधानमंत्री से लेकर हमारे कार्यकर्ताओं की पूरी कोशिश के बावजूद हम जीत हासिल नहीं कर पाए हैं. कांग्रेस ने जीत हासिल कर ली है. हम सभी नतीजों के आने के बाद विस्तार से समीक्षा करेंगे और कमियां को पहचानने की कोशिश करेंगे."
जेडीएस को भी अपने प्रदर्शन से निराशा ही हाथ लगी होगी क्योंकि पार्टी सिर्फ 20 सीटों की तरफ बढ़ती हुई नजर आ रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक पार्टी ने 12 सीटें जीती हैं और आठ पर आगे चल रही है.
कई मोर्चों पर समस्याओं से घिरी कांग्रेस के लिए इस जीत को ताकत की एक खुराक की तरह देखा जा रहा है. पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' जब कर्नाटक से गुजरी थी तो वहां यात्रा में उमड़ी भीड़ को समीक्षकों ने राज्य में कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत बताया था.
उसके बाद मानहानि के मामले में दोषी पाए जाने के बाद गांधी की लोकसभा की सदस्यता चली गई और इसे उनकी पार्टी के लिए एक बड़ी नाकामयाबी माना जाने लगा. लेकिन कर्नाटक के नतीजों ने साबित कर दिया कि राज्य में पार्टी की स्थिति काफी मजबूत हो गई है.
"नफरत का बाजार बंद"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जिससे हमें बल मिला और हम अपने वायदों को जरूर पूरा करेंगे.
राहुल गांधी ने एक संदेश में कहा कि इन चुनावों में एक तरफ याराना पूंजीवादियों की ताकत थी और दूसरी तरफ गरीब जनता की शक्ति थी और शक्ति ने ताकत को हरा दिया. उन्होंने यह भी कहा, "कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ और मोहब्बत की दुकानें खुली हैं." (dw.com)