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नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर हुआ था अमरावती हत्याकांड: एनआईए - प्रेस रिव्यू
17-Dec-2022 12:41 PM
नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर हुआ था अमरावती हत्याकांड: एनआईए - प्रेस रिव्यू

नई दिल्ली, 17 दिसंबर  ।  एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने महाराष्ट्र के अमरावती में मारे गए वेटरनरी केमिस्ट उमेश प्रह्लादराव कोल्हे के मामले में चार्जशीट फाइल की है.

'टाइम्स ऑफ इंडिया' लिखता है, एनआईए के मुताबिक उमेश प्रह्लादराव ने पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी का सोशल मीडिया पर समर्थन किया था. इसी का बदला लेने के लिए इस साल जून में उनकी हत्या की गई थी.

एनआईए की चार्जशीट में 11 अभियुक्तों को नामज़द किया गया है. ये हैं- मुदस्सर अहमद, शाहरुख़ ख़ान, अब्दुल तौफ़ीक शेख, मोहम्मद शोएब, आतिब रशीद, यूसुफ ख़ान, इरफ़ान ख़ान, अब्दुल अरबाज़, मुस्तफ़ीक अहमद, शेख शकील और शाहिम अहमद.

ये सभी अमरावती के रहने वाले हैं.

अख़बार के मुताबिक एनआईए ने बताया कि आरोपियों ने हमले को अंजाम देने के लिए एक चरमपंथी गिरोह बनाया था.

एनआईए के प्रवक्ता का कहना है कि अभियुक्तों का मकसद प्रह्लादराव को सरेआम रास्ते में रोक कर उनकी हत्या करना था ताकि लोगों में दहशत फैले. सभी अभियुक्तों को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत नामज़द किया गया है.

शुक्रवार को एनआईए ने कहा था कि प्रह्लादराव की हत्या का पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया या इस्लामिक स्टेट जैसे किसी प्रतिबंधित संगठन से कोई संबंध नहीं है.

जांच एजेंसी के मुताबिक़ सभी अभियुक्तों ने खुद ही प्रह्लादराव की हत्या का फैसला किया था. उन्हें रैडिकलाइज़ नहीं किया गया था. उनका मानना था कि नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखना ईशनिंदा है.

नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखने के बाद पहले उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या हुई थी. उसके बाद अमरावती में प्रह्लादराव कोल्हे को मार डाला गया.

प्रह्लादराव कोल्हे की हत्या का मामला पहले सिटी कोतवाली में दर्ज हुआ था. इसके बाद इस साल 2 जुलाई को एनआईए ने इस माामले को दोबारा दर्ज किया.

अमरावती पुलिस को पहले शक था कि हत्या डकैती की कोशिश में हुई है. लेकिन उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या और फिर प्रह्लादराव की हत्या के बाद इसे नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर लिखे गए पोस्ट से जोड़ा जाने लगा था. बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई ने इस मामले में एनआईए से जांच की थी .

इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोल्हे हत्याकांड की जांच एनआईए को सौंप दी थी. इस हत्याकांड के दस अभियुक्तों को इस साल अगस्त तक गिरफ़्तार कर लिया गया था. इस साल सितंबर में शाहिम अहमद को गिरफ़्तार किया गया है. अहमद पर दो लाख रुपये का ईनाम था. (bbc.com/hindi)


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