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ख़ालिस्तानियों ने जब किया भारत में रोमानिया के राजदूत का अपहरण
08-Oct-2022 12:41 PM
ख़ालिस्तानियों ने जब किया भारत में रोमानिया के राजदूत का अपहरण

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर । 20 अगस्त 1991 को रोमानिया में भारत के राजदूत जूलियो रिबेरो शाम को छह बजे अपने दफ़्तर से लौटते ही अपनी पत्नी के साथ वॉक पर निकल गए. उनसे 30 मीटर पीछे दो रोमानियन सुरक्षाकर्मी चल रहे थे.

उनके पास रिवॉल्वर थी जिसे उन्होंने अपनी जेबों में छिपा रखा था. रोमानिया सरकार को इस बात की भनक थी कि रिबेरो की जान को ख़तरा है क्योंकि वो पंजाब में पुलिस महानिदेशक रह चुके थे. रिबेरो दंपत्ति क़रीब आधा किलोमीटर चले होंगे कि उन्हें अपने पास कार के तेज़ी से ब्रेक लगने की आवाज़ सुनाई दी.

आवाज़ सुनते ही रिबेरो चौकन्ने हो गए. उन्होंने पीछे मुड़ कर देखा तो चार लोग हाथों में हथियार लिए कार से तेज़ी से नीचे उतर रहे थे. उनमें से एक ने रिबेरो की दिशा में फ़ायर किया.

जूलियो रिबेरो अपनी आत्मकथा 'बुलेट फ़ॉर बुलेट' में लिखते हैं, "मैं उतनी तेज़ी से भागा जितना 62 साल का एक शख़्स भाग सकता था. मैंने दौड़ते हुए सड़क पार की जो बहुत चौड़ी थी. दो हमलावर मेरा पीछा कर रहे थे. वो अपनी एके 47 से मुझ पर लगातार फ़ायर कर रहे थे. एके 47 से किसी एक ख़ास व्यक्ति को निशाना बनाने की संभावना बहुत कम होती है.'' (bbc.com/hindi)


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