महासमुन्द

360 राशन दुकानों समेत 182 सहकारी समितियों के कर्मियों का प्रदर्शन
04-Nov-2025 4:26 PM
360 राशन दुकानों समेत 182 सहकारी  समितियों के कर्मियों का प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ संवाददाता

महासमुंद, 4 नवंबर। जिले भर की 182 सहकारी समितियों के ऑपरेटर, चौकीदार, भृत्य सहित कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कल से आंदोलन पर हैं। इन्होंने कल लोहिया चौक में उपस्थित होकर शान-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनकी हड़ताल से जिले के 360 राशन दुकानों ला लटका हुआ है। अनिश्चितकालीन हड़ताल के प्रथम दिन कर बन के समर्थन मूल्य पर होने वाली  धान खरीदी तैयारी कार्यक्रम प्रभावित रहा। 

सहकारी समिति कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र साहू धमतरी का कहना है कि सरकार 15 नवंबर से धान खरीदी आरम्भ करने की बात कही है लेकिन समितियों के लिए धान की खरीदी नुकसान दायक है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि धान खरीद में सुखत, कम्प्यूटर आपरेटर के जगह अन्य डाटा एंट्री की नियुक्ति का विरोध, चावल में क्षति पूर्ति, वेतन अनुदान जैसी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्रीगण, सहकारिता सचिव आदि सभी को ज्ञापन सौंपा गया। लेकिन शासन प्रशासन के द्वारा आवेदनों पर कोई कार्रवाई नहीं होता देख प्रदेश संघ ने हड़ताल का रास्ता अपनाया।

जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने कि महासमुंद जिले के तकरीबन 700 कर्मचारी प्रदेश महासंघ के आह्वान का स्वस्फूर्त समर्थन देते हुए हड़ताल में शामिल हुए। रायपुर में हड़ताल हेतु जगह नहीं मिलने के कारण महासमुंद में शांतिपूर्ण हड़ताल का कल पहला दिन रहा जिसमें रायपुर, बलौदाबाजार, महासमुंद के कर्मचारी अधिाकरी शामिल हुए। फलस्वरूप इन जिलों में व्यवस्था चरमरा गई है।

 

कल लोहिया चौक पर कर्मचारियों ने सरकार के विरूद्ध हल्ला बोलते हुए धान खरीद में 3 प्रतिशत सुखत, डाटा एंट्री ऑपरेटर्स की आउट सोर्सिंग भर्ती बंद करने, मध्यप्रदेश की भांति समितियों को वेतन अनुदान देने, 2024-25 में सुखत को मान्य करने जैसी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की।

सहकारी कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने बताया कि वर्तमान में एग्रीस्टेक पंजीयन को लेकर भी हो रही अनेक त्रुटियों को सुधारने के लिए किसान सोसायटियों में पहुंच रहे हैं। अनेक नवीन पंजीयन तथा जिन्होंने पहली बार खेती की है

ऐसे किसान भी सोसायटियों में पंजीयन कराने के लिये पहुंच रहे हैं। ऐसे में दफ्तर में ताला जड़ा होगा तो वे पंजीयन नहीं करा पाएं। समितियों में सन्नाटा पसरा रहा। यहां नवीन पंजीयन के लिए आने वाले किसानों को बैरंग लौटना पड़ा। यही नहीं 360 राशन दुकानों में ताला लटकने की वजह से चावलए शक्कर खरीदने आने वाले उपभोक्ताओं को भी बैरंग लौटना पड़ा।

मिली जानकारी के अनुसार लोहिया चौक में हुए प्रदर्शन में कल महासमुंद जिला के अलावा धमतरी, बलौदाबाजार, रायपुर के भी सहकारी कर्मचारी आवाज बुलंद करने पहुंचे थे। महासमुंद जिले में कुल 182 समितियों में 700 कर्मचारी तथा 182 डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं। यदि केवल सहकारी कर्मचारी ही आंदोलन पर होते तो भी किसानों का पंजीयन प्रभावित नहीं होता। लेकिन इस बार ऑपरेटर्स संघ ने भी सहकारी कर्मियों के साथ आंदोलन का समर्थन किया है।


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