महासमुन्द

एक माह में 3 माह का चावल वितरण करने पसीना बहा रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 जून। एक सेल्समैन के साथ मारपीट के विरोध में आज महासमुंद के सारे राशन दुकान बंद है। एक माह में 3 माह का चावल वितरण करने पसीना बहा रहे सेल्समैनों का कहना है कि प्रत्येक हितग्राही को एक साथ 3 माह का चावल वितरण का कार्य 47 फीसदी तक जा पहुंचा है। शासन ने 30 जून तक इसे पूरा करने का टास्क दिया है। पुरानी ई-पॉस मशीन की धीमी गति के कारण देरी हो रही है, लेकिन उपभोक्ता सेल्समैनों को ही इसका दोषी मान रहे हैं। हालांकि कई दुुकानों में नई ई-पॉस मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं लेकिन इसकी गति भी धीमी है। साथ ही बीपीएल हितग्राहियों का 6 बार और अंत्योदय हितग्राहियों का 3-3 बार थम्ब इंप्रेशन लिया जाना राशन वितरण की धीमी गति का कारण है।
सेल्समैनों के मुताबिक ई-पॉस मशीनों की धीमी गति में भी 6 बार थम्ब इंप्रेशन प्राथमिकता वाला काम है। हर माह 1 माह का खाद्यान्न वितरण करने वाले राशन दुकानदार इस बार एक साथ 3 माह का चावल वितरण करने की चुनौती का सामना कर रहे हैं। जाहिर है सबसे पहले उन्हें 3 माह के चावल के भंडारण की कठिनाई से दो-चार होना पड़ा है। जैसे-तैसे इस समस्या से निबटे तो अब वितरण के लिए बारिश के मौसम में पसीना बहाना पड़ रहा है।
मालूम हो कि खाद्य विभाग के अफसर लगातार वितरण के कसावट के लिए मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हर माह 10 हजार एमटी चावल वितरण कराते आ रहे खाद्य अमले के समक्ष भी 3 माह का यानी 30 हजार एमटी चावल माहांत तक वितरण करा लेने का लक्ष्य है। 23 दिनों में 47 प्रतिशत चावल का वितरण जिले में हो सका है। अब उसके सामने सप्ताह भर में शेष 53 प्रतिशत चावल वितरण कराने की चुनौती है। पुरानी ई-पॉस मशीन की धीमी गति की शिकायतों के बाद 3 दिन पूर्व नई मशीन राशन दुकानों को दी गई है। लेकिन इसकी गति भी धीमी बताई जा रही है। धीमी गति के कारण एक दिन में 20-25 हितग्राहियों को ही चावल वितरण हो पा रहा है।
जिले के खाद्य अफसरों की मॉनिटरिंग में पता चला कि जिले की कुल 593 राशन दुकानों में से 184 दुकानें औसत वितरण से भी पीछे चल रही है। टास्क पूरा करने के लिए मात्र सप्ताह भर शेष रह गया है। लिहाजा खाद्य शाखा ने कल इन सभी 184 दुकानदारों की अर्जेंट मीटिंग ली थींंंंंंंंंंंंंं। उन्हें 30 जून तक सभी हितग्राहियों को चावल वितरण पूरा कर लेने की समझाइश दी गई है। जिले में 3.50 लाख राशन कार्डधारी हैं। गौरतलब है कि वितरण की धीमी गति का एक बड़ा कारण बीपीएल हितग्राहियों का 6 बार थम्ब इंप्रेशन लिया जाना भी है।
जिला मुख्यालय के एक सेल्समेन का कहना है कि एक माह के चावल के लिए 2 बार थम्ब इंप्रेशन लिया जाता है। इस दफे 3 माह का चावल एक साथ दिया जा रहा है इसलिए 6 बार थम्ब इंप्रेशन लेना पड़ रहा है। इसी तरह अंत्योदय हितग्राही का एक माह के लिए एक बार लिया जाता है। लेकिन इस बार 3 दफे थम्ब इंप्रेशन लेना पड़ रहा है। बड़ी मुश्किल से एक दिन में 20-25हितग्राही को चावल दे पाते हैं।