महासमुन्द

खेत में एक शावक का जन्म, हाथी दल फसलों को रौंदते आगे बढ़ रहा...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,19 सितंबर। महासमुंद जिले के तीन विकासखंडों में इन दिनों 26 दंतैल विचरण कर रहे हैं। बसना में घूम रहे 23 हाथियों के दल में मंगलवार को एक बच्चे को जन्म दिया है। वहीं महासमुंद और सरायपाली में एक-एक दंतैल विचरण कर रहे हैं। बसना में हाथियों का दल कल बसना के बड़े साजापाली और खुरदहा गांव के खेतों में लगे फसलों को रौंदते हुए आगे बढ़ गया। वन विभाग के अनुसार जहां हाथियों का दल घूम रहा है, उनके आसपास दर्जनभर गांवों में हाई अलर्ट कर दिया है। बसना में हाथियों के चिंघाड़ से लोग सहमे हुए हैं।
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 17-18 सितंबर की दरमियानी रात को 23 हाथियों के दल में मात्र एक मादा हाथी ने कक्ष क्रमांक 326 बीट पुराना बेल टेकरी सर्किल बड़े साजापाली रेंज से 500 मीटर दूर बुंदेलाभाठा के करीब खेत में एक बच्चे को जन्म दिया है। वर्तमान में हाथियों की उपस्थिति कक्ष क्रमांक 456 आर एफ बीट हरदी रेंज बिलाईगढ़ में हैं। ये कक्ष क्रमांक.456 के जंगल में विचरण कर रहे हैं। इनके निकटवर्ती ग्राम बेलादुला व पुराना बेलटिकरी की ओर जाने की संभावन जताई गई है। वन विभाग का मैदानी अमला दूर से इनकी निगरानी कर रहा है। आसपास गांव में ग्रामीणों को हाथियों के दल के आसपास न जाने की हिदायत दी गई है।
वन विभाग के अफसरों के मुताबिक बच्चा जन्म देने के बाद मादा हाथी आसपास किसी भी जीव के देखे जाने पर हिंसक हो जाती है। इसलिए विभागीय अमला अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। बहरहाल जिले के 3 ब्लॉकों में इन दिनों 26 दंतैल घूम रहा है जिसकी विभाग मॉनिटरिंग कर रहा है। विभाग ने खुरदरहा, बुंदेलाभांठा, छातापठार,बुटीपाली, हेड्सपाली, लोहारपाली, खैरजुड़ी, बड़े साजापाली, केंवटापाली, मुनगाडीह, बेलटिकरी, भूतहाबाहरा गांवों के अलावा आसपास के गांवों में कोटवार से मुनादी करवाया है कि कोई भी जंगल न जाएं। सतर्क रहें। हाथी दिखने पर नजदीकी वन कर्मचारी को सूचना दें।
बसना वन परिक्षेत्र अधिकारी एसआर निराला ने बताया कि 23 हाथी 17 सितंबर को बड़े साजापाली पुराना टिकरीपारा पहुंचे थे। एक बच्चे का जन्म होने पर उनकी संख्या अब 24 हो गई है। यह दल खेतों को रौंदते हुए अपने गंतव्य की ओर निकला है। इस बीच रिहायशी इलाके में घरों को किसी प्रकार से क्षति व जन हानि नहीं हुई है। प्रभावित गांवों में दल प्रमुख डिप्टी रेंजर केआर डडसेना, बीट गार्ड हेमसागर रत्नाकर, देवानंद सोनी, महेश ध्रुव, साजापाली सर्किल के स्टॉफ व वन सुरक्षा श्रमिक को हाथियों की निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
खबर मिली है कि पिछले माह अगस्त में कोसरंगी गांव में अपने खेत देखने गए युवक को जिस दंतैल ने पटकर मार डाला था। वह मंगलवार रात ग्राम कोना पहुंच गया है। इस दंतैल का नाम टस्कर एम ई 3 है। कल नेशनल हाईवे के करीब टस्कर एमई 3 नामक दंतैल गुरुतेग बहादुर राइस मिल में घुस गया। जिसे हाथी मित्र दल ने खदेड़ा। इसके बाद हाथी महासमुंद से बागबाहरा हाईवे पार कर कक्ष क्रमांक 64, गौरखेड़ा के जंगल की ओर निकल गया। वन विभाग यहां सिरगिड़ी, उमरदा, गौरखेड़ा, अरंड, मुडमार, सोरिद, बनसिवनी, लोहारडीह, घोधीबाहरा, बंजारी, कोडार आदि में अलर्ट जारी किया है।
डीएफओ पंकज राजपूत ने बताया कि बसना में 23 हाथियों के दल में से एक मादा हाथी ने शावक को जन्म दिया है। लोगों से अपील की गई है कि बच्चे को देखने की जिज्ञासा में हाथी दल के आसपास न जाने की कोशिश न करें। क्योंकि हथिनी गुस्से में उन पर हमला कर सकती है। बसना में फसलों को रौद जाने से नुकसान हुआ है। इसके अलावा महासमुंद और सरायपाली में भी एक-एक दंतेल घूम रहा है। उन्होंने बताया कि गरियाबंद जिले से एक दंतैल एक बार फि र महासमुंद वनपरिक्षेत्र के ग्राम कोना में प्रवेश किया है। बीती रात वह राईस मिल में घुस गया था। जहां से उसे हाथी मित्र दल ने खदेड़ा है। हाथी महासमुंद-बागबाहरा हाईवे पार कर गौरखेड़ा जंगल के कक्ष क्रमांक 64 में विचरण कर रहा है। हाथी के आमद के बाद से ही वन विभाग ने करीब दर्जनभर गांवों पर को अलर्ट कर जंगल में न जाने की अपील की है।)
मालूम हो कि करीब तीन साल पूर्व हाथियों के बड़े दल से महासमुंद ब्लॉक लंबे समय तक परेशान रहा। खासकर सिरपुर क्षेत्र काफी प्रभावित रहा। जिले में अब तक हाथियों के कुचलने से दर्जनों मौतें हो चुकी है। माहभर पहले भी एक किसान को दंतैल ने मौत के घाट उतार दिया था। अगस्त में एमई 3 दंतैल गरियाबंद से महासमुंद ब्लॉक के वन परिक्षेत्र में पहुंचा और 15 अगस्त को ग्राम केशवा निवासी मेघराज चंद्राकर 39 वर्ष को सूंड में लपेटकर पटका और कुचलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। वन परिक्षेत्राधिकारी सियाराम कर्मकार ने बताया कि टस्कर एम ई 3 सोमवार को ही हमारे वन परिक्षेत्र में आया है और वर्तमान में गौरखेड़ा के जंगलों में विचरण कर रहा है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से सिरगिड़ी, उमरदा गौरखेड़ा, अरंड, मुड़मार, सोरिद, बनसिवनी, लोहारडीह, घोंघीबाहरा, बंजारी, कोडार आदि गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।