महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 अक्टूबर। कोडार बांध का पानी एक बार फिर नहर के माध्यम से खेतों को सींचने निकला है। खरीफ फसल के लिए कोडार बांध से दिए जा रहे पानी की मात्रा फिर से बढ़ा दी गई है। वर्तमान में प्रतिदिन 450 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे पहले करीब 200 क्यूसेक पानी दिया जा रहा था। किसानों की मांग पर एक बार फिर से मात्रा बढ़ाई गई है। कहा जा रहा है कि अब मानसून लगभग समाप्त हो चुका है, इसलिए पानी की पूर्ति जलाशयों से ही की जाएगी।
मालूम हो कि अगस्त माह में बारिश न होने के कारण धान फसल को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई थी। बाद में किसानों की मांग पर कोडार जलाशय से पानी छोड़ा गया था। बीते 14 अगस्त से एलबीसी और आरबीसी दोनों नहरों से 50 गांवों के किसानों को कोडार से पानी दिया जा रहा है। जिसे सितंबर में कुछ दिनों के लिए रोका गया था।
सितंबर में कुछ दिन अच्छी बारिश होने के कारण खेतों में पर्याप्त जलभराव हो गया था। इसलिए कुछ दिनों के लिए पानी बंद किया गया था। अब किसानों की मांग पर बारिश की कमी को देखते हुए फिर से 20 सिंतबर से पानी छोड़ा गया। इससे पहले करीब 200 क्यूसेक पानी दिया जा रहा था। कुछ दिन पहले ही इसे बढ़ाकर 450 क्यूसेक कर दिया गया है।
इस वक्त कोडार जलाशय में 27.1 फीट यानी 79 प्रतिशत जलभराव है। जानकारी के अनुसार 04 अक्टूबर की स्थिति में कोडार जलाशय में 27.1 फीट पानी है, जो कि कुल भराव क्षमता का करीब 79 प्रतिशत है। बांध से पानी मिलने के कारण किसानों को भी राहत है। विभाग का कहना है कि रबी फसल के लिए भी पानी बचाकर रखना होगा। क्योंकि हर साल रबी फसल के लिए किसानों को कोडार से पानी दिया जाता है।