महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,13 अगस्त। टमाटर को छोड़ अन्य सब्जियों के स्थानीय आवक नहीं होने से इन दिनों दाम आसमान छूने लगे हैं। एक भी सब्जी 40 रुपए प्रतिकिलो से कम नहीं मिल रहा है। बताया जा रहा है कि बारिश की वजह से लोकल सब्जियों की आवक नहीं हो पा रही है। अन्य जिलों से मंगाकर लोकल मांग की पूर्ति की जा रही है। वर्तमान में डीजल की कीमत अधिक होने के कारण माल ढुलाई भाड़े में ही अधिक रुपए खर्च हो रहे हैं। इसलिए दाम कम नहीं हो रहे।
टमाटर के दाम पिछले कुछ दिनों से कम तो हैं, लेकिन सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। धनियां भी 200 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। बारिश के दिनों में टमाटर के दाम सब्जियों से अधिक महंगा रहता है। लेकिन इस साल स्थिति ठीक उलट है। सब्जियां महंगी और टमाटर सस्ता है। बाजार में टमाटर को छोड़ लगभग सभी सब्जियां महंगी हैं। बारिश में धनिया पत्ती की आवक कम होने से भी इसका दाम अधिक है। बारिश का सीजन शुरू होने पर भी कमोबेश यही स्थिति बनी थी, जिसमें बाद में कुछ सुधार हुआ। अब एक बार फिर सब्जियों का दाम बढऩे से रसोई का बजट गड़बड़ाने लगा है।
बाजार में आगामी दो माह बाद स्थानीय आवक शुरू होने के बाद सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी। विक्रेताओं ने बताया कि सब्जियों की स्थानीय आवक अक्टूबर माह से शुरू हो जाती है जो आगामी मार्च अंत रहती है। आवक बढऩे से सब्जियों के साथ टमाटर और धनिया पत्ती व मिर्ची के दाम में गिरावट आती है। आवक बढऩे और ठंड की वजह से सब्जियों की खपत भी अधिक होती है।
सब्जी विक्रेताओं के अनुसार धनिया पत्ती बाजार में 2 सौ रुपए किलो के भाव से बिक रही है। वहीं अदरक-मिर्ची के दाम में भी तेजी आई है जो 80 रुपए किलो के भाव से बिक रहे हैं। सब्जी विक्रेता मनोज ने बताया कि टमाटर 15-20 रुपए किलो है। दाम कम होने की वजह टमाटर का आवक अधिक होना है। बाजार में करेला, कुंदरू, भिंडी, बरबट्टी, कोचई, बैंगन, परवल 40 रुपए प्रति किलो है। सब्जियों में मुनगा 80, गोभी, शिमला मिर्च 100 और सेमी 120 रुपए प्रतिकिलो के भाव से बिक रही है।