महासमुन्द

मुंबई बूट कैंप में महासमुंद जिले के लाउडस्पीकर क्लास, बुल्टू के गोठ, एसएमएस गुरुजी
30-May-2022 4:25 PM
मुंबई बूट कैंप में महासमुंद जिले के लाउडस्पीकर क्लास, बुल्टू के गोठ, एसएमएस गुरुजी

मोहल्ला क्लास जैसे नवाचार की सराहना 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 मई।
शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग कर विभिन्न नवाचार गतिविधियों के संबंध में चार दिवसीय बूट कैंप का आयोजन मुंबई में किया गया। इस दौरान महासमुंद जिले में विषम परिस्थितियों में भी शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी जागेश्वर सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल जैसे विषम परिस्थितियों में लाउडस्पीकर क्लास, बुल्टू के गोठ, एसएमएस गुरुजी, मोहल्ला क्लास, ऑनलाइन क्लास, व्हाटसएप के माध्यम से शिक्षा, अभ्यास कार्य, वर्तमान परिवेश में स्मार्ट क्लास के जरिए बच्चों को शिक्षा दी गई। इस पर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की टीम ने लाउडस्पीकर क्लासेस के साथ ही सभी नवाचार की सराहना की।

मालूम हो कि 24 से 27 मई तक मुंबई के चेंबूर स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में आयोजित इस कैंप में मिजोरम, तेलंगाना एवं छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक एवं एकेडमिक अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दी। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से खंड स्त्रोत समन्वयक समग्र शिक्षा जागेश्वर सिन्हा भी इसमें शामिल हुए। कैंप संचालन एवं व्याख्यान प्रोफेसर मैथिली रामचंद्रन, प्रोफेसर अनुष्का रामनाथन, प्रोफेसर अजय सिंह, डॉ गोमती जैन एवं टीस के अन्य सदस्य ने किया। उन्होंने भारत में शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का प्रयोग बेहतर ढंग से किस प्रकार किया जा सके इसकी जानकारी दी।

जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के 24 अधिकारियों की टीम का नेतृत्व डॉ. एम सुधीश ने किया। इस दौरान महासमुंद जिले में विषम परिस्थितियों में भी शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी जागेश्वर सिन्हा ने दी। 

उन्होंने बताया कि कोरोना काल जैसे विषम परिस्थितियों में लाउडस्पीकर क्लास, बुल्टू के गोठ, एसएमएस गुरुजी, मोहल्ला क्लास,ऑनलाइन क्लास, व्हाटसएप के माध्यम से शिक्षा, अभ्यास कार्य, वर्तमान परिवेश में स्मार्ट क्लास के जरिए बच्चों को शिक्षा दी गई। इस पर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की टीम ने लाउडस्पीकर क्लासेस के साथ ही सभी नवाचार की सराहना की।

प्रशिक्षण के अंतिम दिवस में विकासखंड महासमुंद के नवाचारी शिक्षा ज्योति पीएलसी सदस्यों द्वारा तैयार किए गए धान के कटोरा छत्तीसगढ़ के धान से बने धानमौरी, डा. एम सुधीश के नेतृत्व में जागेश्वर सिन्हा ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस के डीन प्रोफेसर शाहजहां, किशोर दारक टाटा ट्रस्ट, अनुष्का रामनाथन, प्रो.गोमती जैन, मैथिली रामचंद्रन की टीम व तेलंगाना और मिजोरम के अधिकारियों को भेंट की।

जागेश्वर सिन्हा ने बताया कि हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक यदि आईटीआईसीटी में स्नातकोत्तर सर्टिफिकेट कोर्स 3 माह का करना चाहें तो छत्तीसगढ़ के 150 विज्ञान और 150 गणित के शिक्षकों को मौका दिया जा रहा है। इसका खर्च टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, समग्र शिक्षा और शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वाहन किया जाएगा। 
 


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