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कोरोना सामुदायिक-संक्रमण का खतरा कहां कितना?
22-Jun-2020 1:33 PM
कोरोना सामुदायिक-संक्रमण का खतरा कहां कितना?

भारत सरकार के आरोग्य-सेतु मोबाइल एप्प के मार्फत इकट्ठा आंकड़ों के आधार पर एक अनुमान लगाया गया है कि देश के किस-किस प्रदेश में कोरोना के सामुदायिक-संक्रमण का खतरा कितना है। यह अनुमान 22 जून का है। इस नक्शे को देखें तो महाराष्ट्र और अरूणाचल में यह खतरा 65 फीसदी का दिख रहा है, लेकिन नक्शे में बीच में एकदम दब गई दिल्ली में यह 143 फीसदी है, और तेलंगाना में 122 फीसदी, एकदम उत्तर-पूर्व के मणिपुर में यह 76 फीसदी है। लेकिन इसके बाद के आंकड़े देखें तो गुजरात में 45 फीसदी, तमिलनाडू में 38, मिजोरम में 38, लद्दाख में 35 फीसदी, गोवा में 34, जम्मू-कश्मीर में 27 फीसदी, बंगाल में 24 फीसदी, राजस्थान में 24 फीसदी खतरा है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि सबसे कम खतरे वाले राज्य इस नक्शे में पीले, लगभग सफेद या सफेद दिख रहे हैं जिनमें झारखंड 12 फीसदी, हरियाणा 8.6 फीसदी, कर्नाटक 8 फीसदी, आन्ध्र 8 फीसदी, पंजाब 7.5 फीसदी, नगालैंड में 7 फीसदी, बिहार 4.5 फीसदी, त्रिपुरा में 3 फीसदी, असम में 1.2 फीसदी, ओडिशा में 1 फीसदी,  उत्तराखंड 0.8 फीसदी, केरल 0.7 फीसदी, हिमाचल 0.6 फीसदी खतरा रखते हैं। लेकिन इसके बाद का राज्य देखना बड़ा दिलचस्प है। छत्तीसगढ़ और सिक्किम में यह खतरा 0.5 फीसदी बताया गया है। अंडमान-निकोबार में यह 0.4 फीसदी, मेघालय में यह 0.2 फीसदी, और लक्ष्यदीप में इसे 0 फीसदी बताया गया है। नीचे के इन राज्यों में छत्तीसगढ़ अकेला है जो बड़ा राज्य है, और यहां पर आधा फीसदी भी सामुदायिक-संक्रमण खतरा बताया गया है।
 
यह अनुमान इस आधार पर लगाया गया है कि जिस राज्य में अब तक जितने कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उन्हें सौ से गुणा करके, उसे राज्य में क्वारंटीन लोगों की संख्या से विभाजित कर दिया गया है। इस नक्शे को देखकर अलग-अलग राज्य के लोग अपने इलाके का खतरा समझ सकते हैं।  


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