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ओडिशा सरकार ने कहा- अनुकूल कदम उठाए जाएंगे
उच्चतम न्यायालय द्वारा वार्षिक रथ यात्रा पर रोक के बाद राज्य सरकार इस मामले में दखल देने के लिये विभिन्न वर्गों के दबाव का सामना कर ही रही है.
भुवनेश्वर (भाषा, एएनआई) : ओडिशा सरकार ने कहा है कि वह श्रद्धालुओं के एकत्रित हुए बगैर जगन्नाथ रथ यात्रा निकालने के गजपति महाराजा दिब्यसिंह देब के अनुरोध पर कानूनी रूप से ‘अनुकूल कदम’ उठाएगी. उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 महामारी के चलते इस साल यात्रा पर रोक लगा दी है.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट की सिंगल-जज बेंच 18 जून के अपने पहले के आदेश को संशोधित करने की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई आज करेगी.इसमें भाजपा नेता संबित पात्रा की याचिका भी शामिल है.
उच्चतम न्यायालय द्वारा वार्षिक रथ यात्रा पर रोक के बाद राज्य सरकार इस मामले में दखल देने के लिये विभिन्न वर्गों के दबाव का सामना कर ही रही है.
ओडिशा के कानून विभाग ने एक बयान में कहा, ‘जब माननीय उच्चत्म न्यायालय में 2020 की रिट याचिका संख्या 571 सुनवाई के लिये आएगी तो राज्य सरकार गजपति महाराज के अनुरोध पर कानूनी रूप से अनुकूल कदम उठाएगी.’
ओडिशा में संक्रमण के बढ़े मामले
उधर ओडिशा में भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 304 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या रविवार को बढ़कर 5,160 हो गई, जबकि दो और लोगों की मौत के साथ महामारी से राज्य में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
विभाग ने बताया कि दिन के दौरान 186 मरीज बीमारी से ठीक हुए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है. उन्होंने बताया कि मरने वाले दोनों व्यक्ति पहले से अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे.
अधिकारी ने बताया कि 304 नए मामलों में से 272 मामले पृथक-वास केंद्रों में मिले हैं, जहां राज्य में लौटने वाले प्रवासी कामगारों को ठहराया गया है. उन्होंने बताया कि 32 अन्य मामले अलग-अलग स्थानों से आए हैं.
प्रदेश में फिलहाल 1,607 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य में इस बीमारी से अब तक 3,720 लोग ठीक हो चुके हैं. अधिकारी ने बताया कि सरकार ने नए मामलों का संपर्क ट्रेसिंग शुरू किया है.
पिछले 24 घंटों में, राज्य में 4,628 नमूनों की जांच की गई, जबकि अब तक राज्य में कोविड-19 की कुल 2,24,402 जांच हो चुकी है.(hindi.theprint.in)