ताजा खबर
पटना, 14 नवंबर । बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) राज्य की 243 विधानसभा सीटों में से 180 से अधिक पर बढ़त हासिल करते हुए प्रचंड जीत की ओर बढ़ रहा है।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर दोपहर तक उपलब्ध रुझानों के अनुसार, भाजपा 101 विधानसभा सीटों में से 80 से अधिक सीटों पर बढ़त के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरतीबिहार चुनाव गणना दूसरी लीड रुझान दिख रही है। भाजपा का यह प्रदर्शन उसे राजनीतिक रूप से और मजबूत करेगा और पिछले साल के लोकसभा चुनाव में मिले झटके की बहुत हद तक भरपाई करेगा।
दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा के लगातार शानदार प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में बिहार विधानसभा चुनाव के यह रुझान सामने आए हैं।
इस चुनाव में जनता दल (यूनाईटेड) को भी काफी फायदा मिलता दिख रहा है। साल 2020 के चुनाव में केवल 43 सीटें जीतने वाली नीतीश की पार्टी इस बार 70 से अधिक सीटों पर आगे है।
खुद को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘हनुमान’ बताने वाले केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 20 से अधिक सीटों पर आगे है।
पिछले विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी का तमगा हासिल करने के बावजूद प्रमुख विपक्षी पार्टी रही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक दिख रहा है और वह 40 से कम सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। राजद ने इस चुनाव में 140 से भी अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था।
इकसठ सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस दहाई के आंकड़े तक पहुंचने में विफल होती दिख रही है।
अब तक सामने आए रुझान अगर नतीजों में तब्दील होते हैं तो भाजपा लगातार दूसरे चुनाव में जद (यू) से बेहतर प्रदर्शन करेगी। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि उसके कार्यकर्ता अपने दल से किसी को 'मुख्यमंत्री' बनाए जाने की मांग उठा सकते हैं।
हालांकि, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बात पर जोर देते रहे हैं कि बिहार में राजग का नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं।
जानकार मानते हैं कि भाजपा ने यह रणनीति इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए अपनाई होगी क्योंकि उसके पास लोकसभा में बहुमत नहीं है और वह जद (यू) जैसे सहयोगियों पर निर्भर है। केंद्र की सरकार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा का भी समर्थन हासिल है।
भाजपा के प्रमुख उम्मीदवारों में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (तारापुर) और विजय कुमार सिन्हा (लखीसराय) शामिल हैं, जो अपनी-अपनी सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव भाजपा के सतीश कुमार से करीब 100 मतों के मामूली अंतर से पीछे हैं।
उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव, जिन्हें उनके पिता लालू प्रसाद ने कुछ महीने पहले पार्टी से निष्कासित कर दिया था, बगल की महुआ विधानसभा सीट पर चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। (भाषा)


