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देश-विदेश की नामी कंपनियों की नजर, 6 को प्री बिड मीटिंग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 नवंबर। सरकार प्रदेश की एक गोल्ड, और सिल्वर माइंस नीलाम करने जा रही है। इस कड़ी में कंपनियों से ऑफर बुलाए गए हैं। बताया गया कि देश-विदेश की कई नामी कंपनियों ने माइंस में रूचि दिखाई है। कंपनियों के लिए छह नवंबर का प्री बिड ऑनलाइन मीटिंग रखी गई है।
बताया गया कि खनिज विभाग ने एक गोल्ड, और एक सिल्वर, कॉपर, बेस मेटल्स के अलावा दो लाइम स्टोन व एक आयरन ओर माइंस की नीलामी के लिए ऑफर बुलाए गए हैं। केन्द्र सरकार की एजेंसी एमएमटीसी के माध्यम से नीलामी होगी।
छत्तीसगढ़ में सबसे पहले भी सोनाखान इलाके के बागमहरा में गोल्ड मांइस की नीलामी हुई थी। यहां पूर्ववेक्षण का काम चल रहा है। वर्तमान में महासमुंद जिले के करणखोल-रचपालपुर इलाके में गोल्ड की पुष्टि होने के बाद खनिज साधन संचानालय ने नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गोल्ड माइंस की करीब डेढ़ सौ हेक्टेयर क्षेत्र चिन्हित की गई है। चयनित कंपनियों को कंपोजिट लाइसेंस दिए जाएंगे। यानी कंपनियों प्रास्पेटिंग के बाद माइनिंग लीज के लिए अलग से लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी।
बलरामपुर जिले के धुलांगी में करीब डेढ़ सौ हेक्टेयर क्षेत्र में बेस मेटल्स और एसोसिएट मिनरल्स (सिल्वर और कापर) की पुष्टि होने के बाद आफर बुलाए गए हैं। इससे परे खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के गोपालटोला में करीब 1217 हेक्टेयर क्षेत्र में आयरनओर माइंस के लिए भी नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके अलावा कबीरधाम इलाके के भीकुरिया-छंटा में लाइम स्टोन, और जगमड़वा-हनाईबांध में लाइम स्टोन ब्लॉक के लिए भी ऑफर बुलाए गए हैं। दोनों खदान क्रमश: 399 और 304 हेक्टेयर की हैं।
खनिज विभाग के एक आला अफसर ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में बताया कि इन सभी माइंस को लेकर 6 तारीख को प्री बिड मीटिंग रखी गई है। यह मीटिंग आन लाइन होगी। इसमें विभाग के अफसरों द्वारा खदानों का ब्यौरा दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक देश की नामी गिरामी कंपनियां प्री बिड मीटिंग में शामिल होंगी।
इसमें वेदांता, जिंदल सहित कई अन्य कंपनियों ने रूचि दिखाई है। 17 नवंबर तक टेंडर जमा किए जा सकते हैं, और फिर 19 तारीख को टेंडर ओपन किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक लाइम स्टोन की माइंस के लिए प्रदेश की सभी सीमेंट कंपनियां रूचि दिखा रही हैं। इनमें अडानी, अल्ट्राटेक, और श्री सीमेंट भी हैं। इसी तरह आयरनओर की खदान पर भी प्रदेश की ही प्रमुख स्टील कंपनियां की नजर है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस नीलामी से आने वाले समय में सैकड़ों करोड़ रुपये तक राजस्व की प्राप्ति हो सकती है।


