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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 अक्टूबर। माना इलाके में स्थित ब्लू वाटर नाम की पानी भरे खदान में दो छात्रों के डूबने की खबर है। दोनों को तैरना नहीं आता था। इनके नाम जयेश साहू और मृदुल वंजारिया है जो 10 वीं के छात्र हैं । ये अपने 7 से 8 दोस्तों के साथ ब्लू वाटर घूमने पहुंचे थे। जहां नहाने के दौरान गहरे पानी में डूब गए। दोस्तों की सूचना पर एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें पहुंच कर 5 घंटे से बचाव अभियान में जुटी हुई हैं।
दोनों बच्चे टाटीबंद स्थित छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल के छात्र हैं और वहीं हास्टल में रहते हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लौंडीगुड़ा बस्तर निवासी मृदल बंजारी, जयेश साहू और उनके 7-8 दोस्त घूमने के लिए बाइक से माना पहुंच थे। इस दौरान सभी नहाने के लिए खदान में उतरने लगे। मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हे मना भी किया पर नहीं माने, थोड़ी देर बाद ही दो बच्चों के गहराई में जाने को लेकर हल्ला मचने लगा। डर के कारण मृदुल और जयेश के दोस्त दोनों को छोड़कर बाइक से भागने की कोशिश करने लगे। ग्रामीणों ने लड़कों को रोककर पुलिस को फोन कर जानकारी दी। लेकिन बच्चों का पता नहीं चल पाया है।
पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता की स्कूल के हास्टल में रहने वाले बच्चे आखिर वहां से निकल कर माना कैसे पहुंचे।
हास्टल प्रबंधन की इस मामले में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी के अनुसार मृदुल की मां ममता बंजारी बड़े गुनिया पाल में हास्टल अधीक्षिका है। पिता तरुण बंजारी किसान हैं। सूचना मिलने पर परिजन रायपुर पहुंच रहे हैं।


