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राजपथ-जनपथ : बने, और जमे हुए हैं शैलेश पाठक
10-Sep-2025 6:49 PM
राजपथ-जनपथ : बने, और जमे हुए हैं शैलेश पाठक

बने, और जमे हुए हैं शैलेश पाठक

छत्तीसगढ़ कैडर के 88 बैच के पूर्व आईएएस अफसर शैलेश पाठक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुंबई में वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किए गए हैं।  पाठक छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद डायरेक्टर जनसंपर्क, कलेक्टर महासमुंद, और पीडब्ल्यूडी के विशेष सचिव व राजभवन में सचिव भी रहे। बाद में वो अवकाश लेकर निजी क्षेत्र में चले गए, और फिर उन्होंने आईएएस से त्यागपत्र दे दिया।पाठक ने आईएलएंडएफसी समूह के साथ निजी क्षेत्र में सेवाएं शुरू की। उन्होंने आईसीआईसीआई में निवेश बैंकिंग, एलएंडटी आईडीपीएल, चेन्नई के सीईओ और फिक्की, दिल्ली के जनरल सेकेटरी रहे। और अब उन्हें मुंबई स्थित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है।  खास बात ये है कि छत्तीसगढ़ में पाठक के दो बैचमेट केडीपी राव, और बीएल अग्रवाल पहले ही रिटायर हो चुके हैं। बीएल अग्रवाल को तो जबरिया रिटायर किया गया था। केडीपी राव एसीएस होकर रिटायर हुए। पाठक आईएएस की नौकरी छोडऩे के बाद भी महत्वपूर्ण बने हुए हैं।

बृजमोहन को विसर्जन में आने नहीं मिला...

उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन को बड़ी जीत हासिल हुई है। इसमें छत्तीसगढ़ भाजपा के दो सांसद बृजमोहन अग्रवाल, और संतोष पाण्डेय ने भी भागीदारी निभाई। दोनों ही सांसदों को पार्टी के सांसदों की शत प्रतिशत वोटिंग सुनिश्चित करने का जिम्मा दिया गया था।

बताते हैं कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव की कमान संभाली थी। चर्चा है कि उन्होंने करीब चार सौ सांसदों से तो सीधे बातचीत की थी, और उम्मीद से अधिक वोटों से जीत हासिल हुई, तो बृजमोहन और संतोष पाण्डेय को भी बधाई मिली।

बृजमोहन का 8 तारीख को रायपुर आने का कार्यक्रम था, वो गणेश विसर्जन की झांकी में शामिल होने वाले थे। पिछले 40 साल से उनके समर्थकों द्वारा पंडाल लगाया जाता रहा है, लेकिन इस बार वो अपने पंडाल में बैठकर झांकी का स्वागत नहीं कर पाए। उन्हें रायपुर जाने से मना कर दिया गया था। और जैसे ही उपराष्ट्रपति के निर्वाचन की घोषणा हुई, तो बृजमोहन ने सीपी राधाकृष्णन से मिलकर उन्हें बड़ी जीत के लिए बधाई दी। राधाकृष्णन ने भी बृजमोहन का आभार माना है। पिछले कुछ सालों से पार्टी में हाशिए पर चल रहे बृजमोहन अग्रवाल को आगे क्या कुछ महत्व मिलता है यह देखना है।

चावल के खेतों में दिखेंगे ये पक्षी

ब्राउन क्रेक जिसे हिंदी में तपकीरी या फटाकडी भी कहते हैं, इन दिनों छत्तीसगढ़ के कई स्थानों में देखे जा रहे हैं। खासकर छत्तीसगढ़ के खेतों में इन्हें देखा जा सकता है। यह पक्षी भारत के कई हिस्सों में प्रवास करती है। शहर के सड्डू और नया रायपुर इलाके के खेतों में पक रही धान की बालियों के बीच यह इन दिनों नजर आ सकते हैं। चावल के खेतों की आर्द्रभूमि और झाडिय़ों में ये पाये जाते हैं। यह तस्वीर भी रायपुर की है जिसे छायाकार दिलीप वर्मा ने सोशल मीडिया पर साझा किया है।

ऐसे में कैसे विकसित होगा छत्तीसगढ़?

जगदलपुर के पीजी कॉलेज में विकसित छत्तीसगढ़ 2047 का आयोजन था। मंच से भारत को 2047 तक विकसित बनाने की बातें हो रही थीं, लेकिन उसी वक्त कॉलेज हॉल की छत का हिस्सा टूटकर गिर पड़ा और एक छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। सवाल यह है कि जब शैक्षणिक संस्थान सुरक्षित ही नहीं रहेंगे तो विकास की बातें खाली वाणी विलास बनकर रह जाएगी। अब तक प्राइमरी स्कूलों की जर्जर दशा पर खबरें आती थीं, मगर यह घटना बता रही है कि कॉलेज के भवनों का भी भौतिक परीक्षण करने की जरूरत है।  हैरानी की बात यह है कि भवन के जिस हिस्से में यह हादसा हुआ, उसकी मरम्मत दो माह पहले ही कराई गई थी। निर्माण की गुणवत्ता का अंदाजा इस दुर्घटना से लगाया जा सकता है। घटना में एक छात्रा घायल हो गई है। उसे अस्पताल दाखिल कराना पड़ा है।  2047 तक विकसित भारत को देखने के लिए पता नहीं आज के कितने लोग बचेंगे, पर आज 2025 में कॉलेज की छतें गिर रही हों, अस्पतालों में मशीनें और स्टाफ नहीं हों, सडक़ें गड्ढों से भरी हों तो उस पर बात करने का क्या मतलब?


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