ताजा खबर

एक साथ मंच साझा करने जा रहे शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एमएनएस चीफ़ राज ठाकरे पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने प्रतिक्रिया दी है.
रामदास अठावले ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "मराठी भाषा के लिए हमारा प्यार है. लेकिन राष्ट्र भाषा के नाते हम हिंदी को भी स्वीकार करते हैं. लेकिन पहली क्लास से हिंदी लागू करना सही नहीं है."
"इसी के मद्देनज़र सीएम फडणवीस ने इस फ़ैसले को वापस लेना तय किया है. दोनों भाइयों (उद्धव-राज) को लग रहा है कि हमने साथ आकर आंदोलन की घोषणा की, इसलिए ऐसा हुआ. लेकिन उनकी वजह से ऐसा नहीं हुआ है. सरकार ने लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए ये फ़ैसला लिया है."
रामदास अठावले ने कहा, "दोनों भाई मराठी के मुद्दे पर एक साथ आए हैं. लेकिन कब तक एक साथ रहेंगे ये कोई नहीं बता सकता. बाला साहेब थे तब एक साथ नहीं रह पाए, अब क्या एक साथ रह पाएंगे."
महाराष्ट्र सरकार ने बीते महीने पहली से पांचवीं कक्षा तक मराठी और अंग्रेज़ी के साथ हिंदी भाषा लागू करने के दो सरकारी आदेश जारी किए थे. हालांकि सरकार ने बाद में इन आदेशों को वापस ले लिया था.
इन आदेशों के ख़िलाफ़ उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने आंदोलन करने का ऐलान किया था. अब दोनों नेता इन आदेशों की वापसी का जश्न मनाने के लिए रैली कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)