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-प्रभाकर मणि तिवारी
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल के सार्वजनिक शिक्षा और पुस्तकालय मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी को अपने चुनाव क्षेत्र में पार्टी के कार्यकर्ताओं की भारी नाराज़गी का सामना करना पड़ा.
पुलिस के मुताबिक़, पूर्व बर्दवान ज़िले के मंतेश्वर पहुंचने पर तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनको घेर लिया और प्रदर्शन करने लगे.
इसके बाद उन लोगों ने मंत्री के काफ़िले पर पथराव किया और कार में तोड़-फोड़ की.
मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी ने इस हमले के लिए मंतेश्वर पंचायत समिति के अध्यक्ष अहमद हुसैन शेख़ को ज़िम्मेदार ठहराया है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंत्री के काफ़िले के मंतेश्वर पहुंचते ही दर्जनों तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हाथों में काले झंडे और झाड़ू लेकर उनके ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया और 'गो बैक' के नारे लगाए.
सिद्दीकुल्ला मंतेश्वर से विधायक हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बीते चुनाव में जीतने के बाद से उन्होंने इलाके़ की कोई खोज-ख़बर नहीं ली है.
प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने कहा, "मंत्री अपना एक भी वादा पूरा नहीं कर सके हैं. वो महज राजनीतिक मक़सद से यहां आए हैं."
मंत्री ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी बाहरी लोग हैं. उनको किराए पर लाया गया था.
दूसरी तरफ़, अहमद हुसैन शेख़ ने पत्रकारों से कहा, "यह प्रदर्शन स्थानीय लोगों की नाराज़गी की वजह से हुआ, मंत्री ने अब तक इलाके़ के विकास की दिशा में कोई भी काम नहीं किया है. हम उनसे अपनी समस्याओं पर बात करना चाहते थे. लेकिन वो हत्या के प्रयास का आरोप लगा कर अपनी कमियां छिपाने की कोशिश कर रहे हैं."
पुलिस के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, "मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने मंत्री को सुरक्षित बाहर निकाला. इस घटना की जांच की जा रही है और दोषियों को पकड़ने के लिए छापा मारे जा रहे हैं." (bbc.com/hindi)