जशपुर

विश्व हृदय दिवस पर नि:शुल्क परामर्श शिविर
30-Sep-2023 8:11 PM
विश्व हृदय दिवस पर नि:शुल्क परामर्श शिविर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जशपुरनगर, 30 सितंबर। विश्व हृदय दिवस पर जिला एवं विकासखंड स्तर पर हृदय स्वास्थ्य के प्रति जनसामान्य में जागरूकता के उद्देश्य से वृहद प्रचार प्रसार गतिविधियों के साथ साथ जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर नि:शुल्क हृदय स्वास्थ्य जांच व मधुमेह, उच्च रक्तचाप जांच, उपचार व परामर्श शिविर का आयोजन किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रंजीत टोप्पो से चर्चा पर उन्होंने यह बताया कि हृदय दिवस, हृदय रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ हृदय आदतों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया  जाता है। इस वर्ष विश्व  हृदय दिवस  थीम ‘ दिल का उपयोग करें, दिल को जानें’ के साथ मनाया जा रहा है ।

गैर संचारी रोग कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ. उदय प्रकाश भगत ने विश्व हृदय दिवस के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि दिल हमारे शरीर का बहुत अहम हिस्सा है. इसके जरिए ही शरीर के तमाम अंगों में ऑक्सीजन पहुंचती है. इसलिए इसे सेहतमंद रखना बहुत जरूरी है. लेकिन कुछ समय से हार्ट से जुड़ी समस्याएं और हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में लोगों के जीवन को बचाने और उन्हें हार्ट की समस्याओं को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को वल्र्ड हार्ट डे  मनाया जाता है।

जिला चिकित्सालय जशपुर में विश्व  हृदय दिवस के अवसर पर आयोजित नि:शुल्क  हृदय स्वास्थ्य जाँच शिविर के संबंध में सिविल सर्जन डॉ आर एन केरकेट्टा से के कारण के संबंध में चर्चा में बताया गया कि हार्ट डिजीज का मुख्य कारण गलत खानपान (फास्टफूड, जंकफूड, तला खाना इत्यादि), खराब जीवनशैली, फिजिकल वर्कआउट न करना और धूम्रपान को माना जाता है।

डब्ल्यूएचओ के आंकड़े बताते हैं कि हर साल करीब 1 करोड़ 79 लाख लोगों की मृत्यु सिर्फ कार्डियोवस्कुलर डिजीज की वजह से हो रही है. कोविड के बाद हालात और भी गंभीर हो गए हैं. ऐसे में हार्ट की सेहत के प्रति सचेत करना बहुत जरूरी है. ऐसे में वल्र्ड हार्ट डे के मौके पर कई तरह के कार्यक्रमों के जरिए लोगों को हार्ट की सेहत के प्रति सचेत किया जाता है।

साथ ही उन्होंने यह बताया कि जिला चिकित्सालय में आयोजित शिविर में कुल = 83 मरीज आए जिसमें  मौसमी बीमारी के- 53, मधुमेह के- 9, उच्च रक्तचाप के- 12, बाल मधुमेह के -01, हृदय रोग के- 5, स्ट्रोक के- 3 मरीजों को जांच, उपचार व परामर्श प्रदान किया गया।


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