अंतरराष्ट्रीय

म्यांमार में शनिवार को 'ऑर्म्ड फोर्सेज़ डे' के मौके पर सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच ज़बर्दस्त झड़पें हुई हैं और ख़बरें मिल रही हैं कि सुरक्षाबलों की गोलियां से लगभग 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है.
सैन्य प्रमुख मिन आंग लाइंग ने शनिवार को नेशनल टेलीविज़न पर अपने संबोधन में कहा कि वे 'लोकतंत्र की रक्षा' करेंगे और वादा किया कि देश में चुनाव कराए जाएंगे.
लेकिन चुनाव कब कराए जाएंगे, उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं बताया.
म्यांमार में इस साल फरवरी में सेना ने तख़्ता पलट किया और सत्ता पर काबिज़ हो गई. तब से सेना विरोधी प्रदर्शनों में 320 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.
सरकारी टेलीविज़न ने शुक्रवार को चेतावनी देते हुए कहा कि लोगों को बीते दिनों हुई मौतों से सबक लेना चाहिए कि उन्हें भी सिर या पीछे से गोली लग सकती है.
शनिवार को म्यांमार में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं जबकि सेना ने प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ सख़्ती से पेश आने की चेतावनी पहले ही दे दी थी.
म्यांमार के प्रमुख शहरों ख़ासतौर पर रंगून में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने काफी तैयारी की थी.
अलग-अलग जगहों से मिल रही ख़बरों में कहा गया है कि सुरक्षाबलों के साथ झड़प में शनिवार को 59 लोग मारे गए हैं जिनमें बच्चे भी शामिल हैं.
एक पत्रकार ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई हैं. (bbc.com)