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रिपोर्ट: दुनिया में एक साल में 67 पत्रकार मारे गए, गाजा सबसे खतरनाक जगह
10-Dec-2025 12:29 PM
रिपोर्ट: दुनिया में एक साल में 67 पत्रकार मारे गए, गाजा सबसे खतरनाक जगह

फलीस्तीनी पत्रकार 25 मार्च, 2025 को गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल, जिसे बैपटिस्ट अस्पताल के रूप में भी जाना जाता है, में एक दिन पहले इस्राएली हमलों में साथी पत्रकारों हुसैन शबात और मुहम्मद मंसूर की हत्या के विरोध में एक रैली के दौरान तख्तियां उठाते हुए.फलीस्तीनी पत्रकार 25 मार्च, 2025 को गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल, जिसे बैपटिस्ट अस्पताल के रूप में भी जाना जाता है, में एक दिन पहले इस्राएली हमलों में साथी पत्रकारों हुसैन शबात और मुहम्मद मंसूर की हत्या के विरोध में एक रैली के दौरान तख्तियां उठाते हुए.

पेरिस में रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) ने कहा कि पिछले 12 महीनों में काम के दौरान 67 पत्रकार अपनी जान गंवा चुके हैं. ज्यादातर मौतें जंग वाले इलाकों में और आपराधिक गिरोहों की वजह से हुई हैं. सबसे खतरनाक जगह गाजा पट्टी रही, जहां 29 पत्रकार मारे गए. दूसरे नंबर पर मेक्सिको रहा, जहां 9 पत्रकारों की मौत हुई.

आरएसएफ जर्मनी की प्रमुख आन्या ओस्टरहाउस ने कहा, “हर मरा हुआ पत्रकार और हर हिरासत में लिया गया रिपोर्टर हमें दिखाता है कि जो भी पत्रकारों पर हमला करता है, वह हमारे जानकारी पाने के हक को वंचित कर रहा है.” उन्होंने यह भी कहा, “दुनिया भर की सरकारों को कदम उठाना होगा. अगर आलोचनात्मक रिपोर्टिंग करने वाले लोगों को अपनी आजादी या जान का डर रहे, तो दुनिया भर में लोकतंत्र खतरे में पड़ जाता है.”

रिपोर्ट के मुताबिक. अभी 62 देशों में 503 पत्रकार जेल में हैं. चीन में सबसे ज्यादा 121, फिर रूस में 48 और म्यांमार में 47 पत्रकार बंद हैं. रूस 26 यूक्रेनी पत्रकारों के साथ सबसे ज्यादा विदेशी पत्रकारों को हिरासत में रखे हुए है, जबकि इस्राएल 20 फलीस्तीनी पत्रकारों को पकड़े हुए है. दुनिया भर में 135 मीडिया कर्मी लापता भी दर्ज हैं, जिनमें कई तो दशकों से गायब हैं. सबसे ज्यादा गुमशुदगी के मामले सीरिया और फिर मेक्सिको में दर्ज हुए हैं.  (dw.com/hi)


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