अंतरराष्ट्रीय
पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन ख़ालिदा ज़िया लंदन में चार महीने इलाज करवाने के बाद वतन लौट आई हैं.
मंगलवार की सुबह वह हज़रत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंची.
ख़ालिदा ज़िया के साथ उनकी बहू ज़ुबैदा रहमान भी बांग्लादेश लौटी हैं. उनकी बहू करीब 17 साल बाद बांग्लादेश आई हैं.
उनके साथ तीन निज़ी डॉक्टर भी थे.
बीएनपी के नेता और कार्यकर्ता उनका स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट के पास बैनर, पोस्टर और झंडों के साथ खड़े थे.
ख़ालिदा ज़िया 8 जनवरी को इलाज के लिए लंदन गईं थीं.
79 साल की ख़ालिदा ज़िया लिवर सिरोसिस, किडनी की समस्या और हृदय रोग जैसी कई बीमारियों से पीड़ित थीं. उन्हें इलाज के लिए लंदन क्लिनिक में भर्ती किया गया था.
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता
बांग्लादेश में पिछले साल अगस्त में छात्रों के विरोध के बाद शेख़ हसीना की सरकार गिर गई थी. इसके बाद से बांग्लादेश में अंतरिम सरकार कामकाज संभाल रही है. इस सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस हैं.
अंतरिम सरकार पर देश में चुनाव कराकर विजेता दल को सत्ता सौंपने की जिम्मेदारी है, लेकिन कई विश्लेषक अंतरिम सरकार की चुनाव कराने की प्रतिबद्धता पर संदेह जताते रहे हैं.
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने चुनावों की कोई तारीख नहीं बताई है.
कहा गया था कि कुछ सुधारों के बाद चुनाव कराए जा सकते हैं, लेकिन इसकी तारीख़ नहीं बताई गई थी. अब ख़ालिदा ज़िया के बांग्लादेश लौट आने के बाद अंतरिम सरकार पर चुनाव कराने का दबाव बनेगा. (bbc.com/hindi)