अंतरराष्ट्रीय

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम के दौरान भाषण देते हुए कहा कि अमेरिका दवाइयों पर टैरिफ़ लगाने वाला है.
उन्होंने कहा, "हम एक ज़रूरी क़दम उठाने जा रहे हैं. जब हम दवाइयों पर टैरिफ़ लगाएंगे, तो विदेशी कंपनियां अमेरिका में दवा बनाने के लिए वापस लौटेंगी, क्योंकि अमेरिका सबसे बड़ा बाज़ार है."
ट्रंप ने दावा किया है कि इससे दवा कंपनियों पर दबाव पड़ेगा. जिससे वो कंपनियां चीन जैसे देशों से अपना कारोबार हटाकर अमेरिका में फैक्ट्रियां लगाएंगी, ताकि वे अमेरिका में दवाइयां बेच सकें.
पहले दवाइयों पर नहीं लगा था टैरिफ़
पिछले हफ़्ते टैरिफ़ की घोषणा के दौरान ट्रंप ने दवाइयों पर छूट दी थी. लेकिन ट्रंप पहले ये कहते आ रहे हैं कि वो दवाइयों पर अलग से टैरिफ़ लगाएंगे.
दुनिया में सबसे ज्यादा दवाइयां चीन, भारत और यूरोप में बनती हैं.
कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर दवाइयों में इस्तेमाल होने वाली सामग्री पर टैरिफ़ लगा दी गई, तो आम लोगों के लिए दवाइयों की कीमतें बढ़ सकती हैं.
इस फ़ैसले का भारत के जेनेरिक फ़ार्मा उद्योग पर भी असर पड़ सकता है. (bbc.com/hindi)