अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका के कनेक्टिकट में एक आदमी को कथित तौर पर 20 सालों तक उसकी सौतेली मां ने एक छोटे कमरे में बंद रखा था.
अधिकारियों ने बताया कि जहां उस आदमी को रखा गया था, उस छोटे से कमरे में उन्होंने आग लगा दी.
जब आग लगी तो अधिकारियों ने आग पर काबू पाया और वहां से 32 साल के एक दुर्बल व्यक्ति को बचाया. जब उन्हें बचाया गया तो उस समय कथित बंदी का वजन 30 किलोग्राम था.
कनेक्टिकट के वॉटरबरी में पुलिस ने बताया कि व्यक्ति ने कबूल किया है कि उसने वर्षों तक "लंबे समय तक दुर्व्यवहार, भुखमरी और अमानवीय व्यवहार" सहने के बाद कमरे में आग लगाई थी.
उनकी सौतेली मां पर उन्हें बंधक बनाकर रखने और भूखा रखने का आरोप है, साथ ही उन पर अपहरण और क्रूरता का आरोप भी लगाया गया है.
हालांकि सौतेली मां ने उन पर लगे आरोपों से इनकार किया है.
आग लगाने के कारण के बारे में उस कथित बंदी ने पुलिस को बताया कि वह अपनी आज़ादी चाहते थे. (bbc.com/hindi)