अंतरराष्ट्रीय

-दनाई नेस्ता कुपेम्बा
सूडान में बीते महीने में हैजा फैलने से मरने वालों की तादाद 430 को पार कर गई है. देश में चल रहे गृह युद्ध के बीच सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि हैजा के केस बढ़कर क़रीब 14 हज़ार हो गए हैं.
सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वो हैजा से निजात पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
सूडान के लिए अमेरिका के विशेष दूत टॉम पेरीलो के मुताबिक़ देश में संघर्ष के हालात की वजह से ज़रूरतमंदों तक इलाज पहुंचाना बहुत मुश्किल है. पिछले साल से लेकर अभी तक इस संघर्ष में डेढ़ लाख़ लोगों की जान जा चुकी है.
चिकित्सा सहायता देने वाली संस्था डॉक्टर्स विदाउट बार्डर्स (एमएसएफ) के रिपोर्ट के मुताबिक़ से सूडान में चल रहे संघर्ष की वजह से उन्हें नियमित तौर पर रुकावट का सामना करना पड़ता है.
अप्रैल 2023 से ही सूडान में सेना और शक्तिशाली पैरामिलिट्री ग्रुप रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (आरएसएफ) के बीच सत्ता का संघर्ष चल रहा है. इससे क़रीब 90 लाख लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है. कोई फसल ना उगा पाने के कारण अकाल का डर भी बढ़ गया है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन के अनुसार हैजा बहुत तेज़ी से फैलने वाली बीमारी है, जिसके कारण मौत भी हो सकती है. इसका इलाज आसान है पर इसमें देरी ना करना ज़रूरी होता है.
सूडान के स्वास्थ्य मंत्री हैथम मोहम्मद इब्राहीम ने अगस्त में हैजा के प्रकोप की घोषणा की थी.
युद्ध के साथ साथ, भारी बारिश, बाढ़ और विस्थापन शिविर में भीड़ के कारण भी हैजा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
कुछ जगहों पर इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए स्कूल और बाज़ार को बंद कर दिया गया है.
एमएसएफ की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य प्रणाली के पतन से सबसे अधिक प्रभावित लोगों में गर्भवती महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
जनवरी से अगस्त के बीच दक्षिणी दारफुर इलाक़े में 114 गर्भवती महिलाओं की मौत हुई है. वहीं हज़ारों बच्चे भुखमरी का सामना कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)