अंतरराष्ट्रीय

लाल सागर से गुजरने वाले जहाज़ों को निशाना बना रहे हूती विद्रोहियों के यमन स्थित ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने थोड़ी देर पहले हमले शुरू कर दिए हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यमन की राजधानी सना, सदा और धमार शहरों के साथ-साथ होदेइदाह प्रांत पर हमले हुए हैं. एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि ये हमले विमानों, जहाज़ों और एक पनडुब्बी के ज़रिए किए गए.
वहीं एक हूती अधिकारी ने अमेरिका और ब्रिटेन के हमलों की पुष्टि करते हुए इसे 'अमेरिकी-यहूदी-ब्रिटिश हमला' क़रार दिया है.
ग़ज़ा पर इसराइल के हमले से नाराज़ हूती विद्रोही बीते कुछ हफ़्तों से लाल सागर से गुजर रहे जहाज़ों को निशाना बना रहे हैं. उसके बाद ईरान समर्थित इस संगठन पर पहली बार कार्रवाई हुई है.
अमेरिका और ब्रिटेन के इन हमलों पर अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान जारी करके कहा है कि दोनों देशों की इस संयुक्त सैन्य कार्रवाई का उद्देश्य हूती विद्रोहियों की क्षमताओं को कम करना है.
बयान के अनुसार, इन हमलों में 'हूती विद्रोहियों के मानवरहित एरियल व्हीकल, मानवरहित जहाज़, ज़मीन पर हमले करने वाले क्रूज मिसाइलों, तटों पर नज़र रखने वाले रडार और आसमान पर नज़र रखने वाली प्रणाली' को निशाना बनाया गया है.
अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने बताया है कि प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने वहीं से इस ऑपरेशन की निगरानी की.
इस अधिकारी ने यह भी बताया कि रक्षा मंत्री ने इस कार्रवाई के पहले बीते तीन दिनों में दो बार राष्ट्रपति से बात की है.
ये हमले शुरू होने के बाद सऊदी अरब ने अमेरिका और उसके सहयोगियों से संयम बरतने का अनुरोध किया है.
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि उनका देश इन हमलों से चिंतित है और स्थिति पर नज़र रख रहा है. (bbc.com/hindi)