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रूस ने इस देश में तैनात किए परमाणु हथियार, बताया कब करेंगे इस्तेमाल
17-Jun-2023 8:39 AM
रूस ने इस देश में तैनात किए परमाणु हथियार, बताया कब करेंगे इस्तेमाल

रूस ने बेलारूस में परमाणु हथियारों को तैनात करने की पुष्टि की है.

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि परमाणु हथियारों का पहला जत्था तैनात किया गया है और इनका इस्तेमाल सिर्फ़ तब किया जाएगा जब रूस को या उसके किसी क्षेत्र को ख़तरा होगा.

अमेरिका का कहना है कि ऐसा कोई संकेत नहीं है कि रूस, यूक्रेन पर हमला करने के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है.

पुतिन के बयान के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, "हमें ऐसा कोई संकेत नहीं दिख रहा है कि रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहा है."

बेलारूस एक प्रमुख रूसी सहयोगी है. पिछले साल फ़रवरी में यूक्रेन पर हमला करने के बाद से रूस ने बेलारूस को लॉन्च पैड की तरह इस्तेमाल किया है.

राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि गर्मियों के अंत तक परमाणु हथियारों को ट्रांसफ़र करने का काम पूरा कर लिया जाएगा.

सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फ़ोरम में एक भाषण के बाद सवालों का जवाब देते हुए, रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि यह क़दम उनके लिए उठाया गया है जो हमें हराने की सोच रहे हैं.

परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना के बारे में पूछे जाने पर रूसी राष्ट्रपति ने कहा, “हमें पूरी दुनिया को क्यों धमकी देनी चाहिए? मैंने पहले ही कहा है कि रूस के लिए ख़तरे की स्थिति में ही इस तरह का क़दम उठाया जाएगा.”

सामरिक परमाणु हथियार छोटे परमाणु हथियार हैं जो युद्ध के मैदान में या सीमित हमले के लिए उपयोग किए जाते हैं. इनसे एक निश्चित क्षेत्र में दुश्मनों को टारगेट किया जा सकता है और इसका प्रभाव व्यापक क्षेत्र में नहीं फैलता है.

सबसे छोटा सामरिक परमाणु हथियार एक किलोटन या उससे कम का हो सकता है (एक हज़ार टन विस्फोटक टीएनटी के बराबर उत्पादन) सबसे बड़े वाले 100 किलोटन जितने बड़े हो सकते हैं.

तुलनात्मक रूप से, अमेरिका ने 1945 में हिरोशिमा पर जो परमाणु बम गिराया था, वह 15 किलोटन का था.

हिरोशिमा पर जब एटम बम गिरा तो कैसी क़यामत आई

हिरोशिमा शहर की दो तिहाई इमारतें एक सेकेंड के अंदर ध्वस्त हो गईं थीं. कई किलोमीटर तक आग की एक आँधी सी फैल गई थी. एक क्षण में हिरोशिमा की कुल आबादी 2 लाख 50 हज़ार के 30 फ़ीसदी यानी 80 हज़ार लोग मौत की गर्त में समा गए थे.

करीब 11 बजे एटम बम विस्फोट से पैदा हुए बादलों की वजह से हिरोशिमा में तेज़ बारिश होने लगी थी. ये काली बारिश थी जिसमें गंदगी, धूल और विस्फोट से उत्पन्न हुए रेडियोएक्टिव तत्व मौजूद थे.

वास्तव में काले रंग से भी गहरी बारिश थी, कुछ कुछ ग्रीस की तरह जो दीवारों और कपड़ों पर अमिट निशान छोड़ रही थी. (bbc.com/hindi)

 


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