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चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जाने-माने लोगों की मौत होने से लोगों में आधिकारिक आंकड़ों को लेकर संदेह बढ़ रहा है.
पिछले महीने 40 साल की उम्र में ओपेरा सिंगर चू लैनलैन की मौत ने सभी को हैरान कर दिया था.
परिवार ने इस पर दुख तो ज़ाहिर किया लेकिन मौत के कारणों के बारे में नहीं बताया.
इसी तरह नए साल पर अभिनेता कुंग जिनटैंग की मौत ने चीन में इंटरनेट यूज़र्स को हिलाकर रख दिया था.
83 साल के जोंग चीन की एक लोकप्रिय टीवी सीरीज़ 'इन-लॉज़, आउट-लॉज़' के ज़रिए घर-घर में जाने जाते थे. उनके किरदार का नाम 'फादर खांग' था.
उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं है लेकिन सोशल मीडिया यूज़र्स इसे अन्य बुज़ुर्गों की मौत से जोड़कर देख रहे हैं.
एक यूज़र ने वीबो पर लिखा, ''फादर खांग की आत्मा को शांति मिले. ये लहर कई बुज़ुर्गों की जान ले रही है. अपने बुज़ुर्गों का पूरा ध्यान रखें.''
हाल ही में हुई मौतों में जाने-माने स्क्रिप्टराइटर नी ज़ेन (84 साल) और पूर्व पत्रकार हू फ्यूमिंग (87 साल) की मौत चर्चा का विषय बनी थी.
चीनी मीडिया के मुताबिक 21 से 26 दिसंबर के बीच देश में विज्ञान और इंजीनियरिंग क्षेत्र से जुड़े शीर्ष 16 लोग मारे गए थे.
किसी भी मौत को कोविड से नहीं जोड़ा गया लेकिन सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा ज़ोरों पर थी.
चीन की ज़ीरो कोविड नीति
चीन ने दिसंबर में अपनी ज़ीरो कोविड नीति ख़त्म कर दी थी. इसके बाद देश में कोरोना के मामलों की रफ़्तार काफ़ी बढ़ गई है.
चीन में अस्पताल और श्मशानों में भीड़ होने की कई रिपोर्ट्स आ रही हैं.
लेकिन, चीन ने कोरोना के दैनिक आंकड़े जारी करने बंद कर दिए हैं. चीन ने अपने मापदंड के अनुसार बताया है कि दिसंबर में कोरोना के सिर्फ़ 22 मामले आए थे.
अब सिर्फ़ उन मौतों की गिनती की जा रही है जिसमें लोग निमोनिया जैसी किसी श्वास संबंधी बीमारी से मरते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को चेतावनी दी थी कि चीन कोरोना के बढ़ते मामलों और मौतों को लेकर सही जानकारी नहीं दे रहा है. (bbc.com/hindi)