गरियाबंद
खबर का असर, अफसरों ने खेतों में पहुंचकर किसानों को दिया मार्गदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 28 सितंबर। अल्प और असमय वर्षा के कारण, क्षेत्र के किसान अपनी धान की फसलों पर भूरा माहू जैसे कीट प्रकोपों का सामना कर रहे हैं। नवापारा इलाके में चंपारण में लगभग 1500 एकड़ कृषि भूमि है। लगभग सभी किसानों ने अपनी धान की फसलों को बचाने के लिए चार से पांच बार महंगे कीटनाशकों का छिडक़ाव किया है, कीट प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसे लेकर स्थिति गंभीर बनी हुई है।
किसानों की समस्याओं को देखते हुए दैनिक छत्तीसगढ़ अखबार ने 25 सितंबर को समाचार प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशन के बाद कृषि अधिकारी ने तुरंत संज्ञान लिया और क्षेत्र का निरीक्षण कर किसानों से मुलाकात की। अधिकारियों ने खेतों में फसलों को देखकर आवश्यक मार्गदर्शन दिए। कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों में जाकर वस्तु स्थिति को देखा। उन्होंने बीमारियों को देखते हुए अलग-अलग कीटनाशक दवाई की छिडक़ाव के लिए कुछ कीटनाशक दवाइयां का लिस्ट भी दिया गया। अधिकारियों ने मौसम को देखते हुए अन्य सावधानी बरतने की भी बात कही।
कृषि विभाग अधिकारी आरके देवांगन ने बताया कि अत्याधिक उमस के कारण फसलों में इस प्रकार की शिकायत मिल रही है। हमारे बताए गए दवाइयां के उपयोग से यह समस्या दूर होगी। जरूरत पड़ेगी तो किसानों की मांग के अनुरुप आगे कारवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग अधिकारी आरके देवांगन, टीला के ग्राम सेवक मिथलेश साहू, चंपारण के ग्राम सेवक विनय सिंह, जौंदा के ग्राम सेवक विजय गुप्ता, ग्राम तोरला के पटवारी अरविंद गोस्वामी के अलावा ग्राम चंपारण के सरपंच अनिल साहनी, उप सरपंच दुष्यंत साहू, किसान नेता शोभाराम साहू, सहकारी समिति के प्राधिकृत अध्यक्ष ईश्वर चंद साहू, रिखीराम, नंदकुमार निषाद, मुरली यादव, शत्रुघन साहू, अंकुर राम साहू, दिलीप साहू, महेंद्र साहू सहित बड़ी संख्या में किसान बंधु उपस्थित थे।



