गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 27 सितंबर। फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने राष्ट्रीय सेवा योजना का 57वां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम के अतिथि शिक्षण समिति के अध्यक्ष मनमोहन अग्रवाल, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शोभा गावरी, उपप्राचार्य डॉ. मनोज मिश्रा, डॉ. आर के रजक जिला संगठक रायपुर, कार्यक्रम अधिकारी डॉ.श्यामा शांडिल्य एवं वाणिज्य संकाय के प्रध्यापकों की गरिमामय उपस्थिति रही।
इस अवसर पर मनमोहन अग्रवाल ने कहा कि मानव को अपना कार्य करते रहना चाहिए। अच्छाई व बुराईयों पर ध्यान न दे और अपने काम को स्वयं करना चाहिए। दूसरों की सेवा करो, सफलता अपने आप कदम चूमेगी। राष्ट्रीय सेवा योजना यही सिखाता है। डॉ. शोभा गावरी ने स्वयंसेवकों को बताया कि पूरे भारत में सन 1969 में राष्ट्रीय सेवा योजना सर्वप्रथम 2 विश्वविद्यालयों में शुरू की गई, जिसमें पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.) एक था एवं वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश एक लाख से भी अधिक स्वयंसेवक इस योजना मे जुड़े हुए है।
डॉ. आर. के. रजक ने कहा कि स्वयंसेवक अपने विभिन्न प्रतिभा के माध्यम से ही पहचाना जाता है। आज जो भी अच्छा कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके पीछे कहीं न कहीं उनके लगन व आत्मविश्वास का ही हाथ है। डॉ. मनोज मिश्रा ने कहा आजादी से लेकर आज तक सेवा के क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना का उल्लेखनीय योगदान है। यह योजना सदैव नवाचार को सिखाता करता है।
स्थापना दिवस पर स्वयंसेवकों ने मनमोहक, आकर्षक व प्रेरणाप्रद गीत, नृत्य, समूह गान व भाषण की प्रस्तुति दी। जिसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ी बारह मासी की प्रस्तुती रही। इस अवसर पर वरिष्ठ एवं कनिष्ठ स्वयंसेवकों के साथ नवप्रवेशी स्वयंसेवक विशेष रूप से उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन मितेश कुमार साहू एवं तुषार यादव तथा आभार प्रदर्शन प्रेम साहू ने किया।


