गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 24 सितंबर। शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर गोबरा नवापारा सहित अंचल में भक्ति और आस्था के रंग में रंगा हुआ है। परंपरागत उत्साह और श्रद्धा के साथ नगर के प्रसिद्ध काली मंदिर में इस वर्ष 471 ज्योति कलशों की भव्य घट स्थापना की गई।
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पूरे क्षेत्र में माता के भक्तिमय वातावरण में डुबा हुआ है, जहाँ भक्तों की भीड़ और माता के जयकारों से माहौल गूँज रहा है। काली मंदिर के अलावा,नगर के अन्य प्रमुख मंदिरों में भी ज्योति कलश प्रज्वलन का आयोजन किया गया। शीतला मंदिर में 299, साहू समाज द्वारा स्थापित भक्तिन माता राजिम-कर्मा- दुर्गा मंदिर में 82, मौली माता मंदिर में 71, बाबा हरदेव लाल मंदिर (सदर रोड) में 2,और श्री सिंह वाहिनी मंदिर (वार्ड क्रमांक 14) में 26 ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए। इसके अलावा सभी माता देवालयों में मनोकामन जोत जवारा की स्थापना की गई है। शहर में जगह जगह भव्य और दिव्य प्रतिमाओं की स्थापना की गई है, जिन्हें देखने और पूजा-अर्चना के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। सभी मुहल्लों-वार्डों में माता की आकर्षक प्रतिमाओं की स्थापना की गई है, जिन्हें रंग-बिरंगे फूलों, रोशनी और पारंपरिक सजावट से सजाया गया है। नवरात्रि के पहले दिन से ही भक्त सुबह-शाम मंदिरों में माता के दर्शन और आरती में शामिल हो रहे हैं। माता के भजनों और भक्ति गीतों से पूरा नगर भक्तिमय हो उठा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समुदाय की एकता और सांस्कृतिक परंपराओं को भी मजबूत करता है। काली मंदिर समिति के मेघनाथ साहू ने बताया कि हर साल नवरात्रि के अवसर पर ज्योति कलश प्रज्वलन और माता की पूजा का आयोजन भक्तों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करता है।
इस बार भी सभी तैयारियाँ पूरे जोश के साथ की गई हैं। पुरे शहर में जगह जगह नवरात्रि के नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा,भजन-कीर्तन,और गरबा-डांडिया जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। भक्तों का उत्साह और श्रद्धा देखते ही बनता है,और यह पर्व गोबरा नवापारा की धार्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक बन चुका है


