गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 8 अगस्त। त्रिवेणी संगम तट पर स्थित श्री लोमस ऋषि आश्रम में चल रहे श्रावणी अनुष्ठान में पूरे माह प्रतिदिन मिट्टी के शिवलिंग निर्माण एवं प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न हुआ। जिसमें अलग-अलग दिनों में अलग-अलग शिवलिंग बनाए गए और पूजा-अर्चना के बाद उन्हें श्रद्धापूर्वक त्रिवेणी संगम में विसर्जित किया गया।
7 अगस्त को कार्यक्रम के दौरान संतों की मौजूदगी में आयोजक डॉ. पन्नालाल वशिष्ठ ने वरिष्ठ पत्रकार रमेश चौधरी, आलोक पहाडिय़ा, डॉ. लीला राम साहू, डॉ. बलजीत सिंह, डॉ. टीएन रमेश, डॉ. राजेंद्र गादिया, वरिष्ठ कवि काशीपुरी कुंदन, पंडित तिमन पांडे ट्रस्टी श्री गुरु सत्ता अनुशासनम ट्रस्ट हल्दी जिला नुवापाड़ा ओडिशा, महंत गोकुल गिरी सर्वकार श्रीलोमश ऋषि आश्रम, डॉ. रमाकांत शर्मा भागवताचार्य, विशाल दास वैष्णव, फिरत निषाद, तीरथ साहू, जीवन भगत एवं अन्य संतों एवं पांच महानुभावों को स्मृति चिन्ह एवं नारियल भेंट कर सम्मानित किया। मंच संचालन संतोष सोनकर ने किया।
डॉ. पन्नालाल वशिष्ठ ने बताया कि 8 अगस्त को यज्ञ हवन और पूर्णाहुति के अलावा 9 अगस्त को सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक शिवगढ़ यात्रा के साथ संपूर्ण कार्यक्रम का समापन होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह का धार्मिक आयोजन क्षेत्र में पहली बार हुआ है।


