गरियाबंद

नवापारा राजिम, 13 जुलाई। हरिहर स्कूल में मेरा अध्यापन काल ढेर सारी मधुर स्मृतियों से भरा हुआ है, मैंने हजारों विद्यार्थियों को पढ़ाया और आज वे देश और देश के बाहर भी एक अच्छे नागरिक का जीवन जी रहे हैं, यह मेरे लिए सौभाग्य, संतोष और गर्व की बात है। गुरु पूर्णिमा पर्व पर कृतज्ञता व्यक्त करने आए अपने भूतपूर्व विद्यार्थियों के समक्ष आर बी शर्मा ने उक्त उद्गार व्यक्त किए।
ब्रह्मदत्त शर्मा, संतोष माखीजा, रविशंकर साहू, उत्तम गोलछा, राजेंद्र पारख, नेमचंद गोलछा अपने शिक्षा गुरु के निवास पर पहुंचे और सभी ने उनका तिलक ,शाल,श्रीफल देकर चरण वंदन किया।
ब्रह्मदत्त शर्मा ने कहा कि आज हमें स्कूल छोड़े 45 वर्ष हो गए,1980 में हम हायर सेकेंडरी कर निकले थे, हम सभी बहुत सौभाग्य शाली हैं कि हमारे शिक्षक आज भी हम सबके सिर पर अपना वरदहस्त रखे हुए हैं, उनके आशीर्वाद की छत्रछाया में बड़े मजे से जीवन यापन हो रहा है।
सभी ने अपने स्कूली दिनों को भावुक होकर याद किया।